Edited By Vijay, Updated: 12 Aug, 2018 10:49 PM
औद्योगिक क्षेत्र बी.बी.एन. में रविवार को मूसलाधार बारिश से सरसा नदी में बाढ़ आ गई है। नदी में बाढ़ के चलते गांव केंदुवाल, बेरियां, दासोमाजरा, खासखोल, चूनड़ी, खोलबेली, हांडाखूडी व खाबड़ा सहित कई अन्य गांवों का संपर्क बी.बी.एन. क्षेत्र से कटा रहा।
सोलन: औद्योगिक क्षेत्र बी.बी.एन. में रविवार को मूसलाधार बारिश से सरसा नदी में बाढ़ आ गई है। नदी में बाढ़ के चलते गांव केंदुवाल, बेरियां, दासोमाजरा, खासखोल, चूनड़ी, खोलबेली, हांडाखूडी व खाबड़ा सहित कई अन्य गांवों का संपर्क बी.बी.एन. क्षेत्र से कटा रहा। गांव खासखोल के बालक राम, गुरनाम सिंह, मान सिंह, सुभाष, हंसा, राज कुमार, रमेश, गुरदास चंदेल, रघुवीर सिंह, पम्मी व चरना आदि ने बताया कि बाढ़ से उनके गांवों को जाने वाले अस्थायी रास्ते बह गए हैं। इसके अलावा दासोमाजरा से गुजरने वाले नाले में बाढ़ आने से कई घरों में पानी घुस गया। रमेश चंद, भीमा नेगी व राज कुमार के घरों को खतरा पैदा हो गया। इससे मक्की की फसल भी बाढ़ की चपेट में आ गई है।
जान जोखिम में डाल पुल से गुजरते रहे वाहन
बद्दी-नालागढ़ एन.एच. मार्ग पर बागवानियां नदी में आई बाढ़ का पानी 2 घंटे तक पुल के ऊपर से गुजरता रहा। पुल पर 2 घंटे तक पानी बहता रहा और छोटे-बड़े वाहनों सहित सवारियों से खचाखच भरी बसें भी लोगों की जान जोखिम में डाल कर पुल से गुजरती रहीं। हैरानी की बात रही कि प्रशासन ने पुल से आवाजाही तक रोकने की जहमत नहीं उठाई।
पुलिस ने मौके पर जाकर रोकी ट्रैफिक
थाना प्रभारी नालागढ़ राज कुमार ने कहा कि पुलिस के पास बागवानियां नदी में आई बाढ़ की कोई सूचना नहीं आई थी। फिर भी हमने मौके पर पुलिस को भेज कर पुल से ट्रैफिक रोक दी थी। एस.पी. बद्दी रानी बिंदु सचदेवा का कहना है कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है अन्यथा वहां पर वाहनों की आवाजाही रोक दी जाती। पुल के ऊपर से बाढ़ का पानी भले ही गुजर रहा होगा लेकिन वाहन पुल से आसानी से निकल रहे होंगे।