Edited By Vijay, Updated: 09 Dec, 2018 03:04 PM
स्वच्छता व सफाई के प्रति सरकार ने विशेष अभियान लम्बे अर्से से आरम्भ कर रखे हैं मगर नम्होल में फैली गंदगी के आगे यह सब बौना साबित हो रहा है। शिमला-हमीरपुर एन.एच. के अंतर्गत आते नम्होल को करीब 10 वर्षों से उपतहसील का दर्जा प्राप्त है लेकिन इस...
बिलासपुर (मुकेश): स्वच्छता व सफाई के प्रति सरकार ने विशेष अभियान लम्बे अर्से से आरम्भ कर रखे हैं मगर नम्होल में फैली गंदगी के आगे यह सब बौना साबित हो रहा है। शिमला-हमीरपुर एन.एच. के अंतर्गत आते नम्होल को करीब 10 वर्षों से उपतहसील का दर्जा प्राप्त है लेकिन इस महत्वपूर्ण स्थल पर सफाई नाम की कोई चीज नहीं है। नम्होल में खुले में गंदगी के ढेर लगने से व बंद पड़ी निकासी नालियों की बदबू से स्वच्छत्ता एवं सफाई अभियान पर ग्रहण लग चुका है, जिस कारण पर्यावरण को प्रदूषित होने का खतरा बना हुआ है। गंदगी के चलते राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पर्यटन की दृष्टी से अति महत्वपूर्ण स्थल
गौरतलब है कि नम्होल एन.एच. शिमला-हमीरपुर पर स्थित होने के चलते पर्यटन की दृष्टी से अति महत्वपूर्ण स्थल है। शिमला से धर्मशाला व कुल्लू-मनाली की ओर आवागमन करते समय पर्यटक नम्होल की प्राकृतिक सुंदरता को देख रुकने पर विवश हो जाते हैं लेकिन गंदगी के ढेरों व बंद पड़ी निकासी नालियों से आने वाली बदबू को देख कहीं दूसरे स्थान पर जाना ही उचित समझते हैं। स्थानीय बुद्धीजीवि वर्ग इस समस्या से चिंतित है कि आखिर कब इस समस्या से निजात मिलेगी।