Edited By Kuldeep, Updated: 31 May, 2024 06:28 PM
जिला में बारिश न होने से टमाटर-शिमला मिर्च सहित अन्य सब्जियां मुरझा गई हैं। बारिश पर निर्भर क्षेत्रों में तो शिमला मिर्च की अधिकतर फसलें नष्ट हो गई हैं।
सोलन (ब्यूरो) : जिला में बारिश न होने से टमाटर-शिमला मिर्च सहित अन्य सब्जियां मुरझा गई हैं। बारिश पर निर्भर क्षेत्रों में तो शिमला मिर्च की अधिकतर फसलें नष्ट हो गई हैं, जबकि टमाटर भी सूखे की चपेट में आना शुरू हो गए हैं। इसके अलावा सब्जियों की ग्रोथ और पलम, कीवी के फल का आकार भी छोटा रह गया है। अधिक गर्मी से वह समय से पहले ही पकना शुरू हो गया है। नए लगाए गए छोटे पौधे तो सूख चुके हैं। यदि एक-दो दिन में बारिश नहीं होती है तो किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। जानकारी के अनुसार जिले की करीब पांच हजार से अधिक हैक्टेयर भ्रूमि पर फसलों का नष्ट होने का खतरा मंडरा गया है। इसके अलावा गुठलीदार, सेब समेत अन्य फलों पर भी इसका असर दिखना शुरू हो गया है। सबसे अधिक नुक्सान टमाटर और शिमला मिर्च को पहुंच रहा है।
बता दें कि जिला में 8100 हैक्टयेर भूमि पर टमाटर की खेती होती है। 90 प्रतिशत किसानों की आय का मुख्य साधन टमाटर ही है। जिला के 65 प्रतिशत किसान बारिश पर ही निर्भर हैं। बारिश न होने से संबंधित क्षेत्रों के किसान फसलें तबाह होने की संभावना को देखकर मायूस हो गए हैं। सिंचाई वाले क्षेत्रों में तो फिर भी रोजाना पौधों की सिंचाई हो रही है। बारिश पर निर्भर किसानों की फसलें नष्ट होने की कगार पर आ गई हैं। तेज धूप से एक दिन में ही खेतों की नमी भी पूरी तरह से सूख गई है।
कृषि उपनिदेशक डाॅ. आरसी चौधरी ने बताया कि करीब 65 फीसदी क्षेत्रों के किसान बारिश के इंतजार में हैं। इसमें टमाटर, शिमला मिर्च समेत अन्य सब्जियों को अधिक नुक्सान पहुंच रहा है। शिमला मिर्च के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है। समय पर बारिश न हुई तो फसलें सूख कर नष्ट हो जाएंगी।
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