Edited By Vijay, Updated: 12 Jan, 2024 11:55 PM
हिमाचल में जनवरी माह में सूखे ने पिछले 20 वर्षों का रिकाॅर्ड तोड़ दिया है। जनवरी माह में अब तक 100 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। दिसम्बर माह में भी न के बराबर बारिश व बर्फ पड़ी है। प्रदेश में कम बारिश होने से प्रदेश में सूखे जैसे हालात बन गए हैं।
शिमला/मनाली (संतोष/प्रेम): हिमाचल में जनवरी माह में सूखे ने पिछले 20 वर्षों का रिकाॅर्ड तोड़ दिया है। जनवरी माह में अब तक 100 फीसदी कम बारिश रिकाॅर्ड की गई है। दिसम्बर माह में भी न के बराबर बारिश व बर्फ पड़ी है। प्रदेश में कम बारिश होने से प्रदेश में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। फसलें बारिश न होने से सूखने लगी हैं और सेबों के लिए चीलिंग ऑवर पूरे नहीं हो रहे हैं। सबसे बड़ी चिंता यह है कि आने वाले दिनों में भी पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में सूखे से राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 16 जनवरी को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे उच्च पर्वतीय क्षेत्रों और 17 जनवरी को मध्य व उच्च व पर्वतीय क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा व हिमपात हो सकता है, जबकि 18 जनवरी से फिर से मौसम साफ होने का अनुमान है। मौसम विज्ञान केन्द्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाॅल ने बताया कि वर्ष 2004 के बाद प्रदेश में इस तरह के हालात बने हुए हैं। इस मर्तबा जनवरी माह में अभी तक न हिमपात हुआ है और न ही बारिश। इस माह आने वाले दिनों में भी बारिश-बर्फबारी की संभावना न के बराबर है। मौजूदा दौर में जमी बर्फ को देखने के लिए सिस्सू व कोकसर सहित आसपास के इलाकों में कई सैलानी पहुंच रहे हैं। इस वजह से मनाली-लाहौल रोड पर ट्रैफिक जाम भी लग रहा है।
मैदानी इलाकों में कोहरे ने गिराया तापमान, ऊना सबसे ठंडा
गर्मियों के मौसम में लोगों के पसीने छुड़ाने वाला ऊना शहर सर्दियों में भी लोगों की कंपकंपी छुड़ा रहा है। जनवरी माह में भी ऊना में अधिकतम व न्यूनतम तापमान शिमला से कहीं अधिक कम बना हुआ है। ऊना में न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री बना हुआ है। अगले 2 दिन मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, कांगड़ा के नूरपुर, सिरमौर के धौलाकुंंआ व पांवटा साहिब, सोलन के बद्दी व नालागढ़ में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा।
मौसम की बेरुखी पर्यटन कारोबार पर भारी
अभी पर्यटन कारोबारियों को और हिमपात का इंतजार है। ताजा हिमपात हुआ तो सिस्सू, कोकसर में जमी बर्फ की परत और मोटी हो जाएगी। इससे पर्यटकों को परेशानी भी हो रही है। पर्यटन कारोबारियों नीरज शर्मा, कपिल, अनिल कांत शर्मा, संजय शर्मा, प्रेम चंद, कुलदीप और राजेश ठाकुर ने कहा कि अभी सर्दी का मौसम है, इस वजह से सिस्सू, कोकसर व आसपास के दायरे में जमी हुई बर्फ तेजी से नहीं पिघल रही है। उन्होंने कहा कि इन दिनों मौसम की बेरुखी पर्यटन कारोबार पर भारी पड़ रही है। लंबे समय से सूखा पड़ा हुआ है। यह पर्यटन कारोबार के साथ-साथ कृषि-बगवानी के लिए भी ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि बर्फबारी न होना पर्यटन कारोबार के लिए सही संकेत नहीं है।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here