Edited By Vijay, Updated: 13 Jun, 2019 05:12 PM
सर्दी हो या गर्मी दिन-रात कड़ी मेहनत करके लोगों के लिए अच्छे औजार बनाते हैं लेकिन इनकी आमदनी की बात की जाए तो इन्हें मेहनत के अनुसार पैसा भी नहीं मिल पाता फिर भी लोहार दलीप सिंह अपना कार्य ईमानदारी से करते हैं। दलीप सिंह के हुनर का हर कोई दीवाना है।
पांवटा साहिब (रोबिन): सर्दी हो या गर्मी दिन-रात कड़ी मेहनत करके लोगों के लिए अच्छे औजार बनाते हैं लेकिन इनकी आमदनी की बात की जाए तो इन्हें मेहनत के अनुसार पैसा भी नहीं मिल पाता फिर भी लोहार दलीप सिंह अपना कार्य ईमानदारी से करते हैं। दलीप सिंह के हुनर का हर कोई दीवाना है। लोग दूर-दूर से औजार बनाने के लिए इनके पास आते हैं तथा वह अच्छे औजार बनाने के साथ दाम भी कम लेते हैं। यही नहीं, पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों को जिन प्रकार के औजारों की जरूरत पड़ती है वह उन्हें उस प्रकार के हर औजार बनाकर देते हैं। दलीप सिंह की तीन-चार पीढिय़ों से लगातार सभी यही कार्य करते आ रहे हैं और अपने पूर्वजों से मिली शिक्षा के आधार पर दिलीप आज कई प्रकार के अच्छे औजार बना रहे हैं।
पहाड़ी क्षेत्रों के लोहारों के साथ हमेशा हुआ सौतेला व्यवहार
दिलीप ने बताया कि उनके पिता से जो भी उन्होंने कार्य सीखा है उसके आधार पर वह आजतक कई औजार बना चुके हैं ताकि क्षेत्र के किसानों को अच्छे व मजबूत औजार मिल सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पहाड़ी क्षेत्रों के लोहारों के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया है अगर इस बार प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं का उन्हें लाभ मिले तो वह अपने कार्य को और बढ़ा सकते हैं व झोंपड़ी की मुरम्मत करवा सकते हैं क्योंकि झोंपड़ी की हालत देखकर लोगों को यहां खड़े होने में डर लगता है। उन्होंने कहा कि यह मेरी समस्या नहीं बल्कि क्षेत्र के कई ऐसे और भी लोहार है जिन्हें यह समस्या उठानी पड़ रही है।