Edited By Vijay, Updated: 20 Jun, 2024 04:47 PM
सिरमौर व शिमला जिला की सीमा पर करीब 11965 फुट पर ऊंचाई पर स्थित चूड़धार चोटी पर इन दिनों काफी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन हो रहा है। इसी बीच बुधवार देर शाम उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाले 21 श्रद्धालु रास्ता भटक गए
नाहन (आशु): सिरमौर व शिमला जिला की सीमा पर करीब 11965 फुट पर ऊंचाई पर स्थित चूड़धार चोटी पर इन दिनों काफी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन हो रहा है। इसी बीच बुधवार देर शाम उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाले 21 श्रद्धालु रास्ता भटक गए, जिन्हें पुलिस जवानों ने देर रात करीब 11 बजे सुरक्षित चूड़धार चोटी पर पहुंचाया। इनमें 80 वर्षीय बुजुर्ग भी शामिल थे, जो अपने पोते के साथ यात्रा पर निकले थे। बुजुर्ग को पीठ पर उठाकर पुलिस के 2 जवानों ने चोटी पर पहुंचाया। सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं।
जानकारी के अनुसार श्रद्धालुओं का यह दल उत्तराखंड से चूड़धार यात्रा के लिए निकला था। इसी बीच रास्ते में खराब मौसम और घने कोहरे के कारण ये श्रद्धालु रास्ता भटक गए। बताया जा रहा है कि श्रद्धालु 5 से 6 घंटे तक जंगल में भटकते रहे। मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को देहरादून के चकरोता क्षेत्र से श्रद्धालुओं का यह दल जिला शिमला के चौपाल क्षेत्र के सराहन के रास्ते से चूड़धार के लिए रवाना हुआ था, जिसमें 80 वर्षीय जगत राम शर्मा भी अपने पोते के साथ शामिल थे। शाम के वक्त अचानक मौसम खराब हो गया और पूरे जंगल में कोहरा छा गया। लिहाजा श्रद्धालु रास्ता भटक गए। जैसे ही मामले की सूचना चूड़ेश्वर सेवा समिति को मिली तो उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी।
सूचना मिलने पर चूड़धार में तैनात पुलिस जवान कांस्टेबल अखिल चौहान व मनोहर चौहान तुरंत जंगल की तरफ रवाना हुए। रास्ता भटकने के कारण श्रद्धालु सराहन के रास्ते से तराह के जंगल में पहुंच गए थे। पुलिस जवानों ने सभी 21 श्रद्धालुओं को अलग रास्तों से रेस्क्यू कर देर रात चूड़धार पहुंचा दिया। हालांकि रास्ता भटकने के कारण दल में शामिल अन्य सदस्यों को बुजुर्ग जगतराम की तबीयत बिगड़ने की भी चिंता सता रही थी, क्योंकि वह काफी थक भी चुके थे। बावजूद इसके बुजुर्ग ने हिम्मत नहीं हारी और पुलिस के दोनों जवान फरिश्ता बनकर पहुंचे, जिन्होंने 4 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई में बुजुर्ग काे पीठ पर उठाकर चोटी तक सुरक्षित पहुंचाया।
बता दें कि पिछले महीने मई माह में भारतीय मूल की 2 विदेशी महिलाएं भी तीसरी नामक स्थान पर फंस गईं थीं। इनमें से एक महिला की तबीयत खराब होने के बाद दोनों महिलाओं को भारतीय वायु सेना के हैलीकॉप्टर के माध्यम से जिला प्रशासन ने सुरक्षित रेस्क्यू किया था।उधर, चूड़ेश्वर सेवा समिति के प्रबंधक बाबूराम शर्मा ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह करते हुए कहा कि कोई भी यात्री खराब मौसम और रात के समय चूड़धार की यात्रा न करें। बरसात शुरू होने वाली है और रास्ते में कोहरा होने के चलते अकसर श्रद्धालु रास्ता भटक जाते हैं। ऐसे में मौसम को ध्यान में रखते हुए ही यात्रा पर निकले।
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