Edited By Jyoti M, Updated: 22 Jan, 2025 12:01 PM
आजकल गेमिंग एप्स के नाम पर साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में सोलन जिले से एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ है, जिसमें एक व्यक्ति ने गेमिंग एप के जरिए करोड़ों रुपये कमाने का सपना देखा और अंततः 30 लाख रुपये गंवा दिए। इस व्यक्ति ने पहले इस एप...
हिमाचल डेस्क। आजकल गेमिंग एप्स के नाम पर साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में सोलन जिले से एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ है, जिसमें एक व्यक्ति ने गेमिंग एप के जरिए करोड़ों रुपये कमाने का सपना देखा और अंततः 30 लाख रुपये गंवा दिए। इस व्यक्ति ने पहले इस एप में डेढ़ लाख रुपये जीते थे, जिसके बाद वह और अधिक पैसे डालते गए, ताकि वह ज्यादा पैसा जीत सकें। लेकिन धीरे-धीरे वह साइबर ठगों के जाल में फंसते गए और आखिरकार लाखों की रकम गंवा बैठे। इस ठगी का अहसास होते ही उन्होंने साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज करवाई।
शिकायतकर्ता का कहना है कि करीब छह महीने पहले उन्हें इस गेमिंग एप के बारे में जानकारी मिली थी। शुरुआत में उन्होंने थोड़ा पैसा डाला, और उस पर उन्हें डेढ़ लाख रुपये का मुनाफा हुआ। फिर, वह ज्यादा पैसे जीतने के लालच में बार-बार पैसे डालते गए। इस प्रक्रिया में उन्होंने 135 ट्रांजेक्शंस के जरिए कुल 30 लाख रुपये खो दिए। इस घटना के बाद उन्होंने साइबर क्राइम को सूचित किया और मामला दर्ज किया गया।
साइबर क्राइम के अधिकारियों ने बताया कि मामले में शामिल बैंक खातों को ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि इस तरह की ठगी में अक्सर विदेशी लिंक होते हैं। साइबर क्राइम के एक्सपर्ट्स ने यह सलाह दी है कि अगर किसी को इस तरह की ठगी का एहसास हो तो जितना जल्दी हो सके, इसकी शिकायत 1930 हेल्पलाइन पर करें। साइबर क्राइम के अधिकारियों के मुताबिक, इस तरह के मामले में हर रोज 400 से अधिक शिकायतें आ रही हैं, और हर मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
साइबर क्राइम के डीआईजी मोहित चावला ने लोगों से अपील की है कि वे गेमिंग एप्स डाउनलोड करने से पहले पूरी तरह से सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि केवल वैरिफाइड और सुरक्षित एप्स पर ही विश्वास करें। गेमिंग एप्स डाउनलोड करते समय यह सुनिश्चित करें कि वे प्रोटेक्टेड हैं या नहीं। साथ ही, एप की टर्म्स और कंडीशंस को ध्यान से पढ़ें। यदि टर्म्स और कंडीशंस बहुत लंबी हों, तो आप एआई का सहारा लेकर उनका सारांश पढ़ सकते हैं, ताकि आप पूरी जानकारी प्राप्त कर सकें।
इस प्रकार, साइबर ठगी से बचने के लिए जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और किसी भी एप पर पैसे निवेश करने से पहले उसकी सच्चाई की जांच जरूर करें।