Edited By Simpy Khanna, Updated: 03 Aug, 2019 11:42 AM
प्रदेश के कालेजों में शिक्षकों की भारी कमी है। मौजूदा समय में कालेजों में 1,400 से अधिक शिक्षकों की कमी चल रही है, जबकि रूसा के तहत कालेजों में लगभग 30 छात्रों पर एक शिक्षक होना अनिवार्य है
शिमला(प्रीति):प्रदेश के कालेजों में शिक्षकों की भारी कमी है। मौजूदा समय में कालेजों में 1,400 से अधिक शिक्षकों की कमी चल रही है, जबकि रूसा के तहत कालेजों में लगभग 30 छात्रों पर एक शिक्षक होना अनिवार्य है लेकिन हिमाचल में इन नियमों के तहत कालेजों में शिक्षक नहीं हैं। इससे कालेजों में शिक्षकों पर कार्य का अतिरिक्त बोझ है।
सूत्रों की मानें तो कालेजों में कई ऐसे विषय हैं, जिनके लिए 1 या 2 शिक्षक हैं। ऐसे में ये शिक्षक कालेजों में 3 कक्षाओं को पढ़ा रहे हैं। कालेजों में पहले ही रूसा सिस्टम ने शिक्षकों का काम बढ़ा दिया है। कई बार शिक्षकों ने सरकार को कालेजों में शिक्षकों के खाली व नए पद सृजित करने को लेकर ज्ञापन दिया लेकिन अभी तक मामला जस का तस है। सरकार ने इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इस समय प्रदेश में नए कालेजों में केवल 5 विषय ही चल रहे हैं। इनमें हिंदी, अंग्रेजी, पोल साइंस, इतिहास व इकोनॉमिक्स शामिल हैं।