Edited By kirti, Updated: 05 Sep, 2019 04:05 PM
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए श्रम कानून विधेयक को लेकर किसान सभा ने सड़कों पर उतर कर विरोध जताना शुरु कर दिया है। इसी कड़ी में किसान सभा ने कसुम्पटी बाजार में प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर प्रदर्शन कर रही किसान सभा के सदस्यों ने...
शिमला (तिलक राज): केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए श्रम कानून विधेयक को लेकर किसान सभा ने सड़कों पर उतर कर विरोध जताना शुरु कर दिया है। इसी कड़ी में किसान सभा ने कसुम्पटी बाजार में प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर प्रदर्शन कर रही किसान सभा के सदस्यों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।।किसान सभा के सदस्यों ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार नए श्रम विधेयक को लाकर मजदूरों के अधिकारों खत्म कर रही है।जो श्रम कानून मजदूरों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए बनाए गए थे उनके स्थान पर नए विधेयक को लाने से मजदूरों का शोषण होगा।
किसान सभा हिमाचल में शिमला के अध्यक्ष सत्यवान पुंडीर ने कहा कि मजदूरों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए लंबे समय से 44 श्रम कानून बनाये गए थे। इन 44 श्रम कानून को समाप्त कर केवल 4 को ही नए श्रम कानून विधेयक में रखना उचित नही है।इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाया गया नया श्रम कानून विधेयक मजदूर विरोधी है,जिसमे मजदूरों की अधिकारों की अवहेलना होगी।यह मजदूरों के अधिकारों पर हमला है।उन्होंने कहा कि आज देश में मजदूरों के अधिकारों को खत्म किया जा रहा है,जिसका किसान सभा विरोध करती है। और उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार यह विधेयक वापिस ले अन्यथा मजदूर लामबंद होकर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी।