Edited By Vijay, Updated: 12 Jun, 2019 04:42 PM
हिमाचल प्रदेश में वन सम्पदा को सबसे अधिक नुक्सान आगजनी की घटनाओं से हो रहा है। इनमें कुछ प्राकृतिक और अधिकतर घटनाएं लोगों द्वारा आग लगाने के कारण पेश आ रही हैं। आने वाले समय में आग लगाने वाले की सूचना देने वाले को पुरस्कृत करने का भी प्रावधान किया...
रामपुर बुशहर (विशेषर नेगी): हिमाचल प्रदेश में वन सम्पदा को सबसे अधिक नुक्सान आगजनी की घटनाओं से हो रहा है। इनमें कुछ प्राकृतिक और अधिकतर घटनाएं लोगों द्वारा आग लगाने के कारण पेश आ रही हैं। आने वाले समय में आग लगाने वाले की सूचना देने वाले को पुरस्कृत करने का भी प्रावधान किया जा रहा है और उसका नाम बिल्कुल गुप्त रखा जाएगा। यह जानकारी वन, परिवहन एवं खेल मंत्री गोविन्द ठाकुर ने रामपुर और सराहन दौरे के दौरान द्वारच में एक होटल के उद्घाटन अवसर पर दी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए पहले चरण में मनाली व धर्मशाला में परिवहन निगम इलैक्ट्रिक बसों का प्रयोग कर रहा है। आने वाले समय में हर जिला मुख्यालय में इलैक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी।
अब तक 50 लाख रुपए की वन संपदा हो चुकी है राख
उन्होंने कहा कि प्रदेश में वनों की बढ़ती हुई आगजनी की घटनाओं के कारण वनों को भारी क्षति पहुंच रही है। संवेदनशील क्षेत्रों में छोटे-छोटे पैट्रोलिंग ग्रुप तैनात किए हैं जो जरूरी सुविधाओं से लैस हैं। उन्होंने कहा कि पहले जंगलों में आग बुझाने के प्रयासों के लिए बजट नहीं होता था लेकिन अब एक करोड़ रुपए का स्टेट व डेढ़ करोड़ रुपए का बजट कैम्पा से रखा गया है। उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष के दौरान अभी तक प्रदेश में आगजनी की 523 घटनाएं पेश आई हैं, जिससे करीब 50 लाख रुपए की क्षति वनों को पहुंची है। उन्होंने बताया कि कई लोग निजी स्वार्थ के लिए जानबूझकर वनों को आग के हवाले करते हैं, सरकार ने ऐसे लोगों की सूचना देने वालों का नाम गुप्त रखकर उन्हें उचित ईनाम देने की योजना बनाई है।
परिवहन बेड़े में शामिल होंगी 30 नई इलैक्ट्रिक बसें
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि सरकार प्रदेश में बढ़ते हुए वाहन प्रदूषण के मद्देनजर अपने परिवहन बेड़े में इलैक्ट्रिक बसों को तरजीह देने में लगी है, जिसके तहत इस समय 25 बसें कुल्लू-मनाली में व 30 के करीब बसें शिमला में चल रही हैं तथा 30 और नई बसें आने वाली हैं। मनाली, शिमला व धर्मशाला के बाद हर जिला मुख्यालय में इलैक्ट्रिक बसें चलाने पर विचार किया जा रहा है। इन बसों को चार्ज करने के लिए स्टेशन भी स्थापित किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि हिमाचल में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। यह क्षेत्र पर्यटन की दिशा में तेजी से कदम बड़ा रहा है। इससे युवाओं को भी रोजगार के द्वार अधिक खुलेंगे। सरकार भी इस दिशा में प्रयास कर रही है।