Edited By Vijay, Updated: 13 Jul, 2025 06:37 PM

हिमाचल प्रदेश भाजपा ने कृषि विश्वविद्यालय की भूमि को निजी लोगों को देने तथा एचपीटीडीसी के होटलों को बेचने के मुद्दे पर सरकार को घेरा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल ने कहा कि...
शिमला (हैडली): हिमाचल प्रदेश भाजपा ने कृषि विश्वविद्यालय की भूमि को निजी लोगों को देने तथा एचपीटीडीसी के होटलों को बेचने के मुद्दे पर सरकार को घेरा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल ने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश के हितों की लगातार अनदेखी कर रही है और सार्वजनिक संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपने का कार्य कर रही है। इससे जनता का विश्वास सरकार से उठता जा रहा है।
कृषि विश्वविद्यालय की भूमि निजी लोगों को सौंपने पर विरोध
राजीव बिंदल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह की सरकार ने हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में स्थित कृषि विश्वविद्यालय की सैंकड़ों बीघा जमीन को प्राइवेट लोगों को देने का निर्णय करके हिमाचल प्रदेश के शिक्षा जगत को एक बहुत बड़ा धक्का पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय प्रदेश की शान है और कृषि अनुसंधान एवं प्रशिक्षण के क्षेत्र में इसकी अहम भूमिका रही है। बिंदल ने कहा कि इस फैसले के खिलाफ समाज के सभी वर्गों ने आवाज उठाई, आंदोलन किए, लेकिन सरकार ने किसी की नहीं सुनी। सरकार का यह रवैया स्पष्ट करता है कि वह जनहित को नजरअंदाज कर निजी हितों को प्राथमिकता दे रही है।
एचपीटीडीसी होटलों के निजीकरण पर भी उठाए सवाल
राजीव बिंदल ने कहा कि इसके बाद अब एक और निर्णय ले लिया, जिसमें हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के होटलों को निजी क्षेत्र में सौंपने की योजना बनाई गई है। पर्यटन विभाग के चेयरमैन इस मामले में कुछ और बयान दे रहे हैं, जबकि पूर्व नेता प्रतिपक्ष रह चुके कांग्रेसी नेता इस निर्णय का पहले विरोध कर चुके हैं। बिंदल ने कहा कि मुख्यमंत्री इस निर्णय बारे कह रहे हैं कि नहीं हम तो वैसे ही इन होटलों को आगे दे रहे हैं और सरकार इसके बारे में विचार कर रही है, जबकि कैबिनेट के अंदर 28 जून को निर्णय करके और उस कैबिनेट के निर्णय को पब्लिक नहीं किया, उसको छुपा करके रखा कि यह निर्णय जनता के ध्यान में न आए। बड़ा सवाल यह है कि सुक्खू प्राइवेटाइजेशन क्यों कर रहे हैं?
स्कूलों को बंद कर रही सरकार
राजीव बिंदल ने कहा कि यह सरकार निरंतर स्कूल बंद कर रही है। स्कूलों को ताले लगा रही है और ताला लगाते हुए एक नया शब्द इन्होंने प्रयोग किया है। हम बंद नहीं कर रहे, हम तो स्कूल को मर्ज कर रहे हैं। अब वो ताला किसको लग रहा है? स्कूल तो बंद हो ही रहा है, उसको मर्ज कर रहे हैं। इसी तरह से सरकार होटलों को बेचने के काम में लगी है। सीएम कह रहे हैं कि होटल को लीज पर दे रहे हैं। यह नई-नई शब्दावली ढूंढकर हिमाचल प्रदेश के हितों के ऊपर कुठाराघात किया जा रहा है।