Edited By Vijay, Updated: 11 Jan, 2021 12:49 AM
मंडी जिला की 4 नगर परिषदों और 2 नगर पंचायतों में हुए शहरी निकाय चुनाव में भाजपा ने 22 सीटें जीती हैं जबकि कांग्रेस ने 11 और आजाद उम्मीदवारों ने कांग्रेस से 4 सीट ज्यादा 15 सीटों पर जीत दर्ज कर शहरी क्षेत्रों में कांग्रेस को उसकी विपक्ष की भूमिका के...
मंडी (अनिल): मंडी जिला की 4 नगर परिषदों और 2 नगर पंचायतों में हुए शहरी निकाय चुनाव में भाजपा ने 22 सीटें जीती हैं जबकि कांग्रेस ने 11 और आजाद उम्मीदवारों ने कांग्रेस से 4 सीट ज्यादा 15 सीटों पर जीत दर्ज कर शहरी क्षेत्रों में कांग्रेस को उसकी विपक्ष की भूमिका के लिए आईना दिखा दिया है। आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता पाने की चाहत पाले कांग्रेस को अभी अपनी भूमिका में बहुत कुछ सुधार करना बाकी दिख रहा है तो वहीं भाजपा अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट चुकी है, जिसकी कांग्रेस को भनक भी नहीं लग पा रही है।
बस किराया बढ़ाने से लेकर कोरोना जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने वाली कांग्रेस अपनी बात को अभी भी आम जनमानस तक पहुंचाने में पूर्ण रूप से सफल नहीं हो पाई जिसके परिणामस्वरूप कांग्रेस को निर्दलीय उम्मीदवारों से 4 कम सीटें मिली हैं। हालांकि दोनों ही दलों द्वारा अभी सार्वजनिक रूप से यह घोषणा करना बाकी है कि उनके कितने उम्मीदवार जीत कर आए हैं लेकिन प्रथम दृष्टया में भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है।
सरकाघाट, जोगिंद्रनगर व करसोग में निर्दलीय उम्मीदवार
सरकाघाट, जोगिंद्रनगर व करसोग में अध्यक्ष पद की कुंजी निर्दलीय उम्मीदवारों के हाथ में आ चुकी है जबकि सुंदरनगर व कांग्रेस के जिलाध्यक्ष के गृह क्षेत्र नेरचौक में भाजपा का अध्यक्ष बनना लगभग तय है तो वहीं रिवालसर में कांग्रेस की स्थिति बेहतर होने के चलते वहां कांग्रेस का सत्ता पर काबिज होना तय माना जा रहा है।