Edited By Vijay, Updated: 17 Jun, 2022 08:59 PM
सीबी-13 की चोटी पर ग्लेशियर की दरार में गिरे बेंगलुरु के पर्वतारोही का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। घटना की सूचना मिलते ही लाहौल-स्पीति प्रशासन और अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान ने अपनी अनुभवी टीमें घटनास्थल पर भेजीं जोकि कड़ी मशक्कत के...
केलांग (ब्यूरो): सीबी-13 की चोटी पर ग्लेशियर की दरार में गिरे बेंगलुरु के पर्वतारोही का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। घटना की सूचना मिलते ही लाहौल-स्पीति प्रशासन और अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान ने अपनी अनुभवी टीमें घटनास्थल पर भेजीं जोकि कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर बाद घटनास्थल पर पहुंचीं तथा सर्च अभियान शुरू किया लेकिन ग्लेशियर में दरार संकरी होने के चलते कोई खास सफलता नहीं मिल पाई। 4 सदस्यों का यह पर्वतारोही दल सीबी-13 चोटी को फतह करने निकला था। वीरवार की सुबह लगभग 11 बजे अचानक एक पर्वतारोही ग्लेशियर की दरार में जा गिरा। पर्वतारोही दल के पास पर्याप्त उपकरण न होने के कारण टीम के सदस्य अपने पर्वतारोही साथी की मदद नहीं कर पाए। हालांकि रैस्क्यू टीमें मोर्चा संभाले हुए हैं लेकिन ग्लेशियर की दरार में गिरे पर्वतारोही का कुछ अता-पता नहीं चल पाया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पर्वतारोही दल में बेंगलुरु के प्रसन्ना व वेद व्यास, जयपुर के रवि, शिमला के कौशल शामिल थे। टीम के सदस्य जब सीबी-13 की चोटी पर चढ़ रहे थे तो अचानक बेंगलुरु का वेद व्यास ग्लेशियर की दरार में जा गिरा। ग्लेशियर की दरार 20 मीटर गहरी होने के साथ संकरी है, जिस कारण टीम के सदस्य मदद नहीं कर सके। डीसी लाहौल-स्पीति नीरज कुमार ने बताया कि ग्लेशियर की दरार में गिरे पर्वतारोही का सर्च अभियान जारी है। रैस्क्यू टीमें पर्वतारोही की तलाश कर रही हैं लेकिन पर्वतारोही का अभी कोई सुराग नहीं लग पाया है।
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