Edited By Updated: 15 Apr, 2017 04:26 PM

परिवहन मंत्री जीएस बाली ने वीआईपी कल्चर को खत्म करने की पहल करते हुए अपनी गाड़ी पर लगाई गई रेड लाइट को उतार दिया है।
ऊना (अमित शर्मा): परिवहन मंत्री जीएस बाली ने वीआईपी कल्चर को खत्म करने की पहल करते हुए अपनी गाड़ी पर लगाई गई रेड लाइट को उतार दिया है। ऊना में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बदलते वक्त के साथ इंसान को बदलना चाहिए। बाली का रेड लाइट त्यागना सिर्फ 'पब्लिसिटी स्टंट' है या बाली सच में वीआईपी कल्चर के खिलाफ है। यह तो बाली साहिब का दिल ही जानता है। दूसरी ओर भाजपा द्वारा कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता इसमें शामिल होने के दावों का जबाब देते हुए बाली ने कहा कि सभी राजनीतिक दल चुनावों से पहले अक्सर ऐसा शोर मचाते हैं।
मुख्यमंत्री को लाल बत्ती की जरुरत नहीं होती
उन्होंने कहा कि ऐसी चर्चाओं पर विराम नहीं लगाया जा सकता। कौन किसके संपर्क में है, ये बोलने वाला ही बेहतर जान सकता है। पिछले कुछ दिनों से नई-नई पहल करने वाले हिमाचल सरकार के परिवहन मंत्री ने अब लाल बत्ती को त्यागने का निर्णय लिया है। सीएम पद की दावेदारी को लेकर पूछे गए सवाल को टालते हुए बाली ने अपने वाहन पर लगी लाल बत्ती को हटाने का ऐलान कर दिया। इस दौरान बातों-बातों में बाली यह जरूर कह गए कि मुख्यमंत्री को लाल बत्ती की जरुरत नहीं होती। उनके आगे पीछे पायलट गाड़ियों का काफिला होता है।