Edited By Simpy Khanna, Updated: 20 Dec, 2019 02:51 PM
हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में चल रहे मधुमक्खी पालन पर उद्यान विभाग के सौजन्य पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में पंचरूखी, बैजनाथ व भवारना विकास खण्डों के 75 प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे हैं।
पालमपुर (संजीव) : हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में चल रहे मधुमक्खी पालन पर उद्यान विभाग के सौजन्य पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में पंचरूखी, बैजनाथ व भवारना विकास खण्डों के 75 प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश उद्यान विभाग के उपनिदेशक डा. दौलत राम वर्मा, विषयवाद विशेषज्ञ डा. नरोतम कौशल व मधुमक्खी पालन विकास अधिकारी डा. अजय संगराय ने मधुमक्खी पालन सहित उद्यान विभाग द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न स्कीमों व उन स्कीमों में उपलब्ध सरकारी अनुदानों पर विस्तार से जानकारियां दी गई।
मधुमक्खी पालन विकास अधिकारी डा. अजय संगराय ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री मधु विकास योजना के अंतर्गत दिए यह पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से किया जा रहा है। इसमें तीन विकास खंडों के 75 किसान बागवान भाग ले रहे हैं । मुख्यमंत्री मधु विकास योजना का उद्देश्य किसानों की आय को दुगना करना ,उत्पादन को बढ़ावा देना और बेरोजगार नवयुवको को रोजगार के साथ जोड़ना है तथा पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखना उदेश्य के साथ इस योजना का हिमाचल प्रदेश चलाया गया है ।
इस योजना के तहत किसानों को अलग-अलग मदों में सहायता प्रधान की जा रही है । सरकार द्वारा मधुमक्खी के बक्सों पर 80 प्रतिशत अनुदान, मधुमक्खी पालन पर 80 अनुदान दिया जा रहा है। अगर कोई मधुमक्खी पालक में जिसके पास 300 से ज्यादा बक्से है उसे 3 लाख रुपए तक का अनुदान दिया जा रहा है। वहीं किसानों ने कहा कि मधुमक्खी पालन की पांच दिवसीय कार्यशाला में उन्हे बहुत कुछ सिखाने को मिला है और हम भी मधुमक्खी पालन करेंगे।