Edited By Vijay, Updated: 29 Dec, 2020 10:51 PM
नेरचौक मेडिकल कॉलेज के सारी वार्ड में उपचाराधीन नेरचौक बाजार के 80 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई है, जिसे सोमवार को ही यहां भर्ती किया गया था लेकिन मंगलवार को उसकी मौत हो गई। वहीं जोगिंद्रनगर के मैन भरोला सैंथल निवासी 61 वर्षीय कोविड पॉजिटिव व्यक्ति...
मंडी (पुरुषोत्तम): नेरचौक मेडिकल कॉलेज के सारी वार्ड में उपचाराधीन नेरचौक बाजार के 80 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई है, जिसे सोमवार को ही यहां भर्ती किया गया था लेकिन मंगलवार को उसकी मौत हो गई। वहीं जोगिंद्रनगर के मैन भरोला सैंथल निवासी 61 वर्षीय कोविड पॉजिटिव व्यक्ति की भी नेरचौक कोविड अस्पताल पहुंचाते ही मौत हो गई। वहीं जिला में कोरोना के 35 नए मामले आए हैं, जिसमें 25 आरटी-पीसीआर और 10 रैपिड एंटीजन टैस्ट से पॉजिटिव आए हैं। नए मामले चच्योट, बल्ह, सरकाघाट और थुनाग से आए हैं। सीएमओ डॉ. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि जिला में 84 संक्रमित रिकवर हुए हैं।
45 दिनों में तैयार होगा प्री फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर से अस्पताल
श्री लाल बहाुदर शास्त्री राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक के साथ लगते भंगरोटू के मैदान में 6 करोड़ की लागत से प्री फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर से 148 बैड का कोविड अस्पताल बनाने के लिए मंगलवार को नोएडा से एक टीम नेरचौक पहुंची। यह कंपनी भंगरोटू के मैदान में प्री फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर से कोविड अस्पताल का निर्माण कार्य करेगी और 30 से 45 दिनों में यहां प्री फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर से अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा कर देगी। अस्पताल बन जाने के बाद नेरचौक मेडिकल जिसे कोरोना काल में डैडिकेटिड कोविड अस्पताल बनाया गया है, में पिछले 9 महीनों से बंद पड़ी ओपीडी भी शुरू हो जाएगी। टीम ने भंगरोटू के मैदान में स्थल निरीक्षण किया और अस्पताल के स्ट्रक्चर के लिए नेरचौक मेडिकल प्रशासन के साथ चर्चा भी की।
मेडिकल कॉलेज में ओपीडी शुरू करने की कवायद
गौरतलब है कि नेरचौक के श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अक्तूबर 2018 में अस्पताल का शुभारंभ हुआ था और अस्पताल के शुरू होने के एक साल के भीतर इस अस्पताल मे करीब 3 लाख लोग अपना इलाज कराने के लिए पहुंचे थे। जब से कोरोना काल चला है इस अस्पताल को डेडिकेटिड कोविड अस्पताल बनाया गया है और अब इस अस्पताल में मंडी और साथ लगते 6 जिलों के कोविड रोगियों का इलाज होता है। अब तक इस अस्पताल में 1200 के करीब कोविड रोगियों को इलाज के लिए लाया जा चुका है, जिनमें से 900 के करीब ठीक होकर वापस अपने घरों को जा चुके हैं। यहां 230 के करीब 4 जिला के कोविड रोगियों की मौत भी हुई है। काफी समय से अस्पताल मे ओपीडी शुरू करने की मांग की जा रही है। अब नेरचौक मेडिकल कॉलेज के साथ लगते भंगरोटू के मैैदान में प्री फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर से कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है ताकि नेरचौक मेडिकल कॉलेज में चल रहे कोविड अस्पताल को यहां शिफ्ट करके मेडिकल कॉलेज में ओपीडी को शुरू किया जा सके।