Edited By Punjab Kesari, Updated: 26 Jun, 2017 09:33 AM
हिमाचल प्रदेश के सूबे में 132 सड़क प्रोजैक्ट लंबे समय से लटके हुए हैं।
शिमला : हिमाचल प्रदेश के सूबे में 132 सड़क प्रोजैक्ट लंबे समय से लटके हुए हैं। इनका निर्माण पी.एम.जी.एस.वाई. यानि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत किया जा रहा है, लेकिन विभागीय सुस्ती के कारण सालों के बाद भी ये प्रोजैक्ट सिरे नहीं चढ़ पाए। इनमें कुछ प्रोजैक्ट ऐसे भी हैं, जो साल 2006 में शुरू हो गए थे, लेकिन अब तक ये प्रोजैक्ट पूरे नहीं हो पाए। पी.डब्ल्यू.डी. महकमे की सुस्ती पर केंद्र ने संज्ञान लेते हुए अब इनका निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हंै। तत्कालीन अटल सरकार द्वारा शुरू की गई पी.एम.जी.एस.वाई. के तहत प्रदेश में अब तक 2153 सड़कों व पुलों का निर्माण किया गया है। इनमें से कुल 721 सड़़क व पुलों का निर्माण का अभी पूरा होना बाकी है। हालांकि इनमें कुछ प्रोजैक्ट ऐसे भी हैं, जोकि केंद्र ने हाल ही में मंजूर किए हैं, लेकिन 10 से 11 सालों से लटके कुछ प्रोजैक्ट साफ तौर पर विभागीय लापरवाही को जगजाहिर करते हैं।
अस्पताल ले जाने में दिक्कतों का सामना
इससे लोगों को भी इन सड़कों का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। मसलन किसानों-बागवानों को अपनी उपज मंडी तक पहुंचाने और मरीजों को अस्पताल ले जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। केंद्र द्वारा देरी को लेकर लिए गए संज्ञान पर सूबे के चीफ इंजीनियर पी.एम.जी.एस.वाई. ने केंद्र को भरोसा दिया कि वर्ष 2006-07 के लंबित 47 सड़क प्रोजैक्ट को सितम्बर, 2017 तक पूरा कर लिया जाएगा। वर्ष 2007-08 के मंजूर 24 प्रोजैक्ट को मार्च, 2018 तक, वर्ष 2008-09 में मंजूर 1 सड़क को सितम्बर 2019 तक और वर्ष 2009-10 में मंजूर 6 सड़क प्रोजैक्ट को मार्च 2018 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसी तरह विभाग ने अन्य सड़क प्रोजैक्ट का निर्माण भी जल्द पूरा करने का भरोसा केंद्र को दिया है।केंद्र ने सड़क निर्माण कार्य में देरी कर रहे ठेकेदारों के प्रति सख्ती बरतने को भी कहा है, साथ ही यह सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए हैं कि भविष्य में सभी ठेकेदारों की पूरी पेमैंट काम पूरी होने के बाद ही दी जाए।
सड़कों का निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश
बता दें कि जो सड़़क प्रोजैक्ट 2006 में अवार्ड हो गया था और उसे 2008 तक पूरा किया जाना था, लेकिन विभाग और ठेकेदार की लेटलतीफी के कारण ये प्रोजैक्ट अब तक पूरे नहीं हो पाए। ऐसे में महंगाई के कारण इन प्रोजैक्ट की लागत आज कई गुणा बढ़ गई है। वहीं लोक निर्माण विभाग का दावा है कि कई अड़चनों के कारण इन सड़कों का निर्माण कार्य समय पर पूरा नहीं हो पाया। अब इन सड़कों का निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
पी.एम.जी.एस.वाई. के तहत बनीं 12282 किलोमीटर लंबी सड़कें
सूबे में पी.एम.जी.एस.वाई. के तहत 12282 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण कर लिया गया है, जबकि 4152 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण करना अभी बाकी है। इस तरह साल 2019 तक पी.एम.जी.एस.वाई. के तहत करीब 16474 किलोमीटर लंबी सड़़कें बन जाएंगी।