Edited By Punjab Kesari, Updated: 03 Dec, 2017 02:34 PM
आवारा पशुओं से तंग होकर खेती छोड़ देने वालों के लिए एक जबरदस्त मिसाल पेश की है घुमारवीं उपमंडल के किसानों ने। उपमंडल की पट्टा पंचायत के बाड़ी करंगोड़ा गांव के किसानों ने बेसहारा पशुओं के आतंक से बंजर हो चुकी करीब 200 बीघा जमीन पर कांटेदार तार लगाकर...
कलरी : आवारा पशुओं से तंग होकर खेती छोड़ देने वालों के लिए एक जबरदस्त मिसाल पेश की है घुमारवीं उपमंडल के किसानों ने। उपमंडल की पट्टा पंचायत के बाड़ी करंगोड़ा गांव के किसानों ने बेसहारा पशुओं के आतंक से बंजर हो चुकी करीब 200 बीघा जमीन पर कांटेदार तार लगाकर इसे फिर से खेतीबाड़ी के लिए तैयार किया है।
इन 72 परिवारों ने एकमत से फैसला किया
फसलों की बिजाई करने के समय ट्रैक्टर जा सके इसके लिए लोहे के 3 गेट लगाए गए हैं जबकि किसानों की आवाजाही के लिए भी 3 गेट बनाए गए हैं। इससे अब जमीन में बेसहारा पशु व अन्य जंगली जानवर नहीं घुस सकेंगे। इससे फसलों का नुक्सान नहीं होगा। सबसे बड़ी बात है कि आज के समय में जहां 4 लोग एकमत नहीं हो सकते, इन 72 परिवारों ने एकमत से फैसला किया और उसपर अमल भी किया।