Edited By Updated: 14 Jan, 2017 04:18 PM
बी.बी.एन. में कमर्शियल वाहन यातायात नियमों को तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
बी.बी.एन.: बी.बी.एन. में कमर्शियल वाहन यातायात नियमों को तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इन वाहनों में अधिकांश वह ट्रैक्टर शामिल हैं जोकि उद्योगों में कार्य करते हैं और खास बात तो यह है ये ट्रैक्टर रसूखदार नेताओं के हैं जिन पर पुलिस भी कार्रवाई नहीं करती है। हद तो यहां तक है कि इनमें नंबर प्लेट नहीं हैं और सामान ढोते समय भी ये ट्रैक्टर हादसे को न्यौता दे रहे हैं। इन वाहनों पर अधिकांश प्रवासी चालक होते हैं जोकि संगीत को ऊंची आवाज में लगातार सड़क पर चलते रहते हैं। हादसा होने की स्थिति में जब कोई इनका नंबर नोट करने की कोशिश करता है तो नंबर प्लेट साफ होने की वजह से पीड़ित उसका नंबर भी नोट नहीं कर पाता।
ट्रैक्टर का बना दिया है ट्रक
इन ट्रैक्टर की ट्रालियों की ऊंचाई काफी ऊंची कर मोडीफिकेशन कर दी जाती है। इसकी वजह से इनमें उद्योगों से निकलने वाला कचरा व गत्ते का कबाड़ काफी ऊंचा भर दिया जाता है। चलते समय यह कचरा थोड़ा-थोड़ा गिरकर सड़कों पर गंदगी फैलाते हैं। यही नहीं कई ट्रालियों के डाले भी नहीं होते।
पुलिस कार्यप्रणाली सवालों में
अधिकांश ट्रैक्टर बद्दी-बरोटीवाला मार्ग पर गत्ता व कबाड़ डालकर चलते हैं और साई मार्ग से होकर टोल टैक्स बैरियर पर क्रॉस होकर जाते हैं। जगह-जगह पुलिस के नाके होने के बाद भी ऐसे बिना नंबर के ट्रैक्टर व ऊंची बॉडी की टैक्टर ट्रालियां सरेआम बाजार से गुजर कर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं।