Edited By Punjab Kesari, Updated: 01 Sep, 2017 05:30 PM
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पूरी उम्र ब्लैकमेलिंग और दबाव की राजनीति करते आए हैं और अब भी वह यही कर रहे हैं।
ऊना: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पूरी उम्र ब्लैकमेलिंग और दबाव की राजनीति करते आए हैं और अब भी वह यही कर रहे हैं। प्रदेश और केंद्र के कांग्रेसी नेताओं को डरा रहे हैं और कुर्सी एवं साख बचाने में की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। यह बात जिला मुख्यालय में भाजपा के धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं सदर विधायक सतपाल सत्ती ने कही। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह रेप और मर्डर जैसे जघन्य केसों में आरोपियों को बदल रहे हैं, सबूत मिटा रहे हैं, माफियाओं को छुड़वाने के लिए अधिकारियों पर दबाव डाल रहे हैं तो अब वह दिल्ली जाकर और कैसा फ्री हैंड मांग रहे हैं। इससे अधिक फ्री हैंड उनको और क्या चाहिए।
कांग्रेस नेता बचाना चाहते हैं अपनी जान
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के कांग्रेस नेता अपनी जान बचाना चाहते हैं और चुनावों से परहेज करने के लिए तरह-तरह के बहाने ढूंढ रहे हैं। कांग्रेसी नेता या तो चुनाव नहीं लडऩा चाहते या भाजपा में आना चाहते हैं। गुडिय़ा प्रकरण में मुख्यमंत्री के दबाव में पुलिस काम कर रही थी और उनके कहने पर ही पुलिस कार्रवाई कर रही थी। सी.एम. सहित पूरी सरकार ने आरोपियों को बचाने और सबूत बदलने में एड़ी चोटी का जोर लगा दिया।