Edited By Punjab Kesari, Updated: 06 Feb, 2018 04:32 PM
संसद में पेश हो चुके नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर मंगलवार को सड़कों पर उतरेंगे। इस बिल के विरोध में मंगलवार को शिमला आईजीएमसी से जुड़े देशभर के करीब 3 लाख डॉक्टर हड़ताल पर हैं। रेसीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के...
शिमला(राजीव):संसद में पेश हो चुके नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर मंगलवार को सड़कों पर उतरेंगे। इस बिल के विरोध में मंगलवार को शिमला आईजीएमसी से जुड़े देशभर के करीब 3 लाख डॉक्टर हड़ताल पर हैं। रेसीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के महासचिव नवनीत शर्मा ने इस बिल को गरीब विरोधी और जनविरोधी करार दिया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को नेशनल मेडिकल कमिशन बिल 2017 के प्रावधानों से एतराज है।
मैनेजमेंट को 60 % सीटों की फीस तय करने का अधिकार होगा
नए बिल के मुताबिक अब तक प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में 15% सीटों की फीस मैनेजमेंट तय करती थी, अब नए बिल के मुताबिक मैनेजमेंट को 60 % सीटों की फीस तय करने का अधिकार होगा। पहले 130 सदस्य होते थे और हर राज्य के तीन प्रतिनिधि होते थे। अब नए बिल के मुताबिक कुल 25 सदस्य होंगे और इसमें 36 राज्यों में से केवल 5 प्रतिनिधि ही होंगे। आयुष को ब्रिज कोर्स करवाकर इंडियन मेडिकल रजिस्टर में शामिल करने का प्रावधान है जो एमबीबीएस के लगभग बराबर होगा। एमबीबीएस के बाद भी प्रैक्टिस करने के लिए एक और एग्जाम देना होगा।वहीं पहले ये एग्जाम विदेशों से एमबीबीएस करने वालों को देने होते थे। अब नए बिल में उनको इस एग्जाम से छूट है।