Edited By Punjab Kesari, Updated: 15 Sep, 2017 08:21 PM
हिमाचल में गुड़िया प्रकरण से सरकार का चेहरा बेनकाब हुआ है। सरकार ने इस मामले में आरोपियों की मदद करने का प्रयास किया जिसमें पुलिस ने भी उनका सहयोग दिया।
शिमला: हिमाचल में गुड़िया प्रकरण से सरकार का चेहरा बेनकाब हुआ है। सरकार ने इस मामले में आरोपियों की मदद करने का प्रयास किया जिसमें पुलिस ने भी उनका सहयोग दिया। इसके चलते पुलिस की तरफ से गठित एस.आई.टी. के सदस्य आज सी.बी.आई. की हिरासत में हैं। ये आरोप भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं महिला आयोग महाराष्ट्र की अध्यक्ष विजया रहाटकर शुक्रवार को हिसाब मांगे हिमाचल कार्यक्रम की कड़ी के तहत पत्रकार वार्ता में लगाए। उन्होंने प्रदेश सरकार पर महिला और बाल कल्याण के क्षेत्र में अनदेखी करने का आरोप लगाया। उनका दावा था कि महिला एवं बाल कल्याण के लिए केंद्र सरकार से मिली करोड़ों रुपए की राशि का प्रयोग नहीं किया जा सका है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर महिला एवं बाल विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए टिकट वितरण करते समय महिलाओं का ध्यान रखने की बात भी कही।
विदेशी महिला के साथ दुष्कर्म से पर्यटन व्यवसाय को लगा धक्का
उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 से अब तक महिलाओं के साथ दुष्कर्म के 1,309, उत्पीडऩ के 2,290 और छेड़छाड़ के 1,280 मामले दर्ज हुए हैं। इस तरह करीब साढ़े 4 साल के अंतराल के दौरान 15,800 अपराध के मामले पुलिस में दर्ज हुए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विदेशी महिला के साथ दुष्कर्म हुआ और राज्य में बेटियों और महिलाओं से ऐसे अत्याचारों में बढ़ौतरी हो रही है। इसके चलते राज्य के पर्यटन व्यवसाय को भी धक्का लगा है। राज्य में महिला-पुरुष लिंग अनुपात में गिरावट आई है और सीमावर्ती क्षेत्रों में कन्या भ्रूण हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं, साथ ही शिशु मृत्यु दर भी अपेक्षाकृत बढ़ी है। इसी तरह हिमाचल प्रदेश में छोटी उम्र में शादी करने संबंधी मामले भी सामने आने का भी उन्होंने दावा किया।
महिलाओं को पुलिस बल में नहीं मिल रहा 33 फीसदी आरक्षण
महिलाओं को पुलिस बल में 33 फीसदी आरक्षण नहीं मिल रहा तथा आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से सरकार की तरफ से किए गए वायदों को पूरा नहीं किया गया है। महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े कार्यक्रम विशेषकर मिशन इंद्रधनुष के भी राज्य में अपेक्षाकृत परिणाम सामने नहीं आए हैं और सरकार की तरफ से इसके लिए ट्रैकिंग को लेकर टॉल फ्री नंबर जारी नहीं किया गया है। उन्होंने दावा किया कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं, वहां पर मातृ एवं शिशु दर में सुधार हो रहा है।
कंगना रणौत की शिकायत पर होगी कार्रवाई
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि हिमाचल प्रदेश से संबंध रखने वाली फिल्म अभिनेत्री कंगना रणौत की तरफ से उनके साथ हुए दुव्र्यवहार संबंधी कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है। उन्होंने कहा कि कंगना रणौत अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हैं और यदि उनकी तरफ से महाराष्ट्र महिला आयोग के पास कोई शिकायत आएगी तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
शराब माफिया का साथ दे रही सरकार
भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि हिमाचल प्रदेश सरकार शराब माफिया का साथ दे रही है। इस कारण महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंची है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर महिलाओं के मान-सम्मान की रक्षा में असफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार आने पर शराब माफिया और नशे के कारोबार पर शिकंजा कसा जाएगा।