Edited By Punjab Kesari, Updated: 15 Oct, 2017 09:27 PM
विधानसभा चुनावों के लिए टिकट आबंटन को लेकर दिल्ली में हुईं भाजपा की बैठकों में हालांकि टिकटें अभी फाइनल नहीं हुई हैं परंतु हिमाचल में नेताओं को भनक लगते ही विरोध शुरू हो गया है।
शिमला: विधानसभा चुनावों के लिए टिकट आबंटन को लेकर दिल्ली में हुईं भाजपा की बैठकों में हालांकि टिकटें अभी फाइनल नहीं हुई हैं परंतु हिमाचल में नेताओं को भनक लगते ही विरोध शुरू हो गया है। धर्मशाला में भाजपा नेता किशन कपूर के समर्थकों ने सड़क पर उतरकर उनके समर्थन में जोरदार नारेबाजी की। उनकी मांग थी कि यदि किशन कपूर को टिकट नहीं मिला तो पार्टी की खिलाफत पर उतर जाएंगे। किशन कपूर की टिकट कटने की भनक से नाराज कार्यकर्ता रविवार देर सायं प्रदर्शन पर उतर आए और किशन कपूर के होटल के बाहर इकट्ठा होकर कपूर के पक्ष में नारेबाजी करने लगे। सारे घटनाक्रम के बीच किशन कपूर समर्थकों ने सोमवार को एक आपातकालीन बैठक बुलाई है, जिसमें आगामी रणनीति बनाई जाएगी।
भाजपा मंडल महामंत्री ने दिया इस्तीफा
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के सुजानपुर से चुनाव लडऩे की सूचना के बीच हमीरपुर के भाजपा मंडल महामंत्री हरीश शर्मा ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा मंडल अध्यक्ष बलदेव शर्मा को दिया है। हमीरपुर से सुजानपुर के वर्तमान विधायक नरेंद्र ठाकुर के चुनाव लडऩे की सूचना है।
अनिल शर्मा को शामिल करने पर मंडी मंडल भाजपा भी आगबबूला
हिमाचल सरकार में मंत्री रहे अनिल शर्मा को कांग्रेस से भाजपा में शामिल करने पर मंडी मंडल भाजपा भी आगबबूला हो गई है। सदर मंडल भाजपा ने हाईकमान को चेतावनी दी है कि यदि उसने एक दिन में इस निर्णय को नहीं बदला तो समूचा सदर मंडल इस्तीफा दे देगा। सदर मंडल की एक विशेष आपात बैठक रविवार को जेल रोड स्थित कार्यालय में हुई। इस बैठक में कई नेता व शक्ति केंद्रों के अध्यक्ष व बूथों के पदाधिकारी शामिल हुए।
पवन काजल को टिकट मिला तो देंगे इस्तीफा
सोशल मीडिया पर पालमपुर सीट से महिला नेता को टिकट देने की खबर फैलते ही लोगों ने तरह-तरह की टिप्पणियां करनी शुरू कर दीं। कांगड़ा में भी कांग्रेस ओ.बी.सी. प्रकोष्ठ कांगड़ा के अध्यक्ष ने प्रैस वार्ता कर साफ कर दिया कि अगर यहां से वर्तमान विधायक पवन काजल को टिकट मिलता है तो वे उसका विरोध करेंगे और अपने इस्तीफे दे देंगे। दूसरी तरफ और भी कई कैंडीडेट्स और उनके समर्थकों की धुकधुकी अपने-अपने क्षेत्रों में बढ़ती रही।