Edited By Punjab Kesari, Updated: 04 Jul, 2017 11:03 AM
नौनिहालों को बेहतर सुविधा देने के किए गए प्रयासों का अब सामुदायिक मूल्यांकन होगा...
मंडी: नौनिहालों को बेहतर सुविधा देने के किए गए प्रयासों का अब सामुदायिक मूल्यांकन होगा, जिससे केंद्रों की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया जा सकेगा। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अब हर वर्ष जुलाई माह में केंद्रों का मूल्यांकन सामुदायिक तौर से किया जाएगा। सामुदायिक मूल्यांकन को पायलट बेस में मशोबरा प्रोजैक्ट में शुरू किया गया था, जहां से मिले परिणामों के आधार पर अब इसे प्रदेशभर में लागू किया जा रहा है। हाल ही में विभाग द्वारा केंद्रों को सुविधाओं के तौर पर सामग्री वितरित की गई है, साथ ही सरकारी भवनों के अलावा किराए के भवनों में चलने वाले केंद्रों के लिए किराए की राशि भी बढ़ाई गई है जिसके चलते विभाग द्वारा किराए के भवनों में आवश्यक सुविधाएं होना अनिवार्य किया गया है। इन सभी सुविधाओं का मूल्यांकन अब सामुदायिक तौर से होगा ताकि केंद्रों में विकास कार्यों के लिए उचित कदम उठाए जा सकेंगे।
ग्राम सभाओं में लिए जाएंगे आम जनता के सुझाव
विभाग द्वारा अपने स्तर पर आंगनबाड़ी केंद्रों की ग्रेडिंग की जाती है। ग्रेडिंग कमेटी में सुपरवाइजर, पंचायत प्रधान, वार्ड सदस्य व स्कूली अध्यापक इत्यादि शामिल होते हैं। इसी ग्रेडिंग को विभाग द्वारा पंचायतों की ग्राम सभाओं में बताया जाएगा व केंद्रों को लेकर आम जनता के सुझाव लिए जाएंगे ताकि सुविधाओं का मूल्यांकन सामुदायिक तौर से हो सके। इसके लिए विभाग द्वारा 14 प्रश्न व 70 नंबरों का परफोर्मा सुनिश्चित किया गया है, जिसमें विभाग द्वारा दी गई ग्रेडिंग को क्रॉस चैक किया जाएगा व केंद्र की ग्रेडिंग की जाएगी। केंद्रों की ग्रेडिंग को पंचायत कार्यालय व आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रदर्शित भी किया जाएगा, साथ ही विभाग द्वारा आम जनता के सुझावों को मद्देनजर रखते हुए केंद्रों में सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा।