Edited By Punjab Kesari, Updated: 26 Nov, 2017 10:21 AM
स्कूल जाने वाली बच्चियों पर अपने बैगों का बोझ डालने वाली अध्यापिकाओं की अब खैर नहीं है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने इन दोनों शिक्षिकाओं की पहचान कर उन्हें जवाब तलब करने के लिए कहा है। उन्हें एक सप्ताह के अंदर जवाब देना होगा साथ ही अगर निदेशालय को...
बिलासपुर: स्कूल जाने वाली बच्चियों पर अपने बैगों का बोझ डालने वाली अध्यापिकाओं की अब खैर नहीं है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने इन दोनों शिक्षिकाओं की पहचान कर उन्हें जवाब तलब करने के लिए कहा है। उन्हें एक सप्ताह के अंदर जवाब देना होगा साथ ही अगर निदेशालय को उनका जवाब सटीक नहीं लगा तो उनके ऊपर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है। ये दोनों शिक्षिकाएं बिलासपुर जिले के एक प्राईमरी स्कूल में अपने सेवाएं दे रही हैं।
सोशल मीडिया में फोटो हुआ था वायरल
कुछ दिन पहले शिक्षिकाओं के पर्स और बैग उठाए बच्चियों का फोटो सोशल मीडिया पर बार बार नजर आ रहा था। इस तस्वीर में बच्चियों ने शिक्षिकाओं के बैग उठाए हुए थे साथ में अपने थैलों का बोझ भी उठाया हुआ था और जो शिक्षिकाएं थीं वे उनके पीछे चली हुईं थी। किसी ने तस्वीर खींच कर प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय को भेज दी थी और साथ ही इसे सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया।
कारण बताओ नोटिस किया जारी
जैसे ही शिक्षा निदेशालय को इस बात की शिकायत मिली प्रदेश के सभी जिला शिक्षा उप निदेशकों को फोटो सेंड की गई। 16 दिन बाद प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने इनके ऊपर एक्शन लेते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।
सहन करने योग्य नहीं हरकत
प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक मनमोहन शर्मा ने बताया कि इन दोनों शिक्षिकाओं के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है। इस तरह की गलती सहन करने योग्य नहीं है। इनके ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।