Edited By Punjab Kesari, Updated: 10 Oct, 2017 05:08 PM
श्रीनगर के बढ़गाम सेक्टर में रविवार को आतंकी हमले में शहीद हुए सूबेदार राज कुमार का मंगलवार को उनके पैतृक गांव खन्नी में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
कांगड़ा: श्रीनगर के बढ़गाम सेक्टर में रविवार को आतंकी हमले में शहीद हुए सूबेदार राज कुमार का मंगलवार को उनके पैतृक गांव खन्नी में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान गांववालों के अलावा आसपास के लोग भी उनकी विदाई पर रो पड़े। साथ ही कहा कि उनकी कुर्बानी पर उन्हें गर्व है। इस दौरान लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और केंद्र सरकार से आतंकियों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई करने की बात कही।
यह है पूरा मामला
सेंट्रल कश्मीर में बड़गाम के ड्रांग इलाके में आतंकवादियों ने रविवार को सेना के गश्ती दल पर धावा बोला। क्रॉस फायरिंग में उनके पेट पर गोली लगी थी। मुठभेड़ की रात शहीद की पत्नी तोशी देवी ने अपने पत्नी के लिए व्रत रखा था। उन्होंने फोन पर अपनी पत्नी का व्रत खुलवाया था। शहीद राज कुमार (53) राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के जवान थे और साल 1990 में सेना में भर्ती हुए थे। उनका जन्म 9 मार्च 1970 को हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में नूरपुर तहसील के तहत आने वाले गांव खन्नी में हुआ। अब वे अपने पीछे माता-पिता के अलावा, पत्नी तोषी देवी, दो बेटों रोहित कुमार और मोहित कुमार को छोड़ गए हैं।