Edited By Punjab Kesari, Updated: 16 Aug, 2017 11:43 AM
कोटरोपी त्रासदी में जो 47 शव बरामद किए गए थे उनमें से 9 और शवों की शिनाख्त कर ली गई है।
मंडी (नीरज शर्मा): कोटरोपी त्रासदी में लापता लोगों के शवों की तलाश बुधवार चौथे दिन भी जारी है। एनडीआरएफ की टीम ने एक और शव बरामद किया है। जिससे अब 47 शव मिल चुके हैं। अब कुल 45 लोगों की पहचान हो चुकी है। बताया जाता है कि मंगलवार को 9 और शवों की शिनाख्त कर ली गई थी। यह सभी लोग आपस में रिश्तेदार हैं और घूमने के लिए हिमाचल आए हुए थे। इससे पहले यह सभी वैष्णो देवी गए थे और इस बस से मनाली जा रहे थे। यूपी से आए परिजनों ने इनकी शिनाख्त कर दी है। एडीएम मंडी राजीव कुमार ने बताया कि यह सभी लोग यूपी के रहने वाले हैं। एनडीआरएफ की टीम मलबा हटाने में जुटी हुई है लेकिन भारी मात्रा में मलबे के नीचे पानी होने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही मलबा हटाने से खतरा भी पैदा हो सकता है।
यूपी से जोगिंद्रनगर पहुंचे 10 मृतकों के परिजन
वहीं दूसरी ओर कोटरोपी हादसे में मौत का ग्रास बने उत्तरप्रदेश के 10 मृतकों के शव जोगिंद्रनगर के सिविल अस्पताल में रखे गए हैं, जिनकी पहचान के लिए उनके परिजन देर रात करीब 2 बजे जोगिंद्रनगर पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि पहले शवों की शिनाख्त की जाएगी और उसके बाद ही यह तय होगा कि वह शवों को यूपी लेकर जाएंगे या फिर अंतिम संस्कार जोगिंद्रनगर में ही किया जाएगा। यह सभी शव दो परिवारों के बताए जा रहे हैं। यूपी के मऊ जिला के हरदसपुर निवासी राणा प्रताप सिंह, उनकी दो पुत्रियों व एक पुत्री का अंतिम संस्कार मंगलवार को देर रात जोगिंद्रनगर के श्मशानघाट में कर दिया गया था। बुधवार सुबह परिजनों ने उनका अस्तु-सिंचन भी कर लिया।