Edited By Punjab Kesari, Updated: 18 Sep, 2017 04:46 PM
गुड़िया केस के बाद इस मामले पर पुलिस की कार्यप्रणाली भी कटघरे में आती दिख रही है।
जंजैहली: गुड़िया केस के बाद इस मामले पर पुलिस की कार्यप्रणाली भी कटघरे में आती दिख रही है। दरअसल अब मंडी में एक दलित नाबालिग लड़की की अस्मत की कीमत 22 हजार में लगाई है। यह मामला जंजहैली क्षेत्र की एक पंचायत में सामने आया है। बताया जाता है कि पुलिस से आस लगाए बैठे परिजनों को जब पुलिस की तरफ से कोई मदद नहीं मिली तो उन्हें मजबूरी में कुछ पंचायत प्रतिनिधियों और लोगों के दबाव में समझौता करना पड़ा। उनको अपनी लाडली से हुए रेप के बदले 22 हजार रुपए मिले। पुलिस ने कहा कि शनिवार को एक महिला-व्यक्ति थाने आए थे, लेकिन उनके साथ कोई लड़की नहीं थी, जिसके चलते उन्होंने मामला दर्ज नहीं किया। सवाल यह है कि एक नाबालिग से जुड़े इस मुद्दे को पुलिस ने गंभीरता से क्यों नहीं लिया। क्या पुलिस का फर्ज नहीं था कि इस मामले की जांच की जाए। लेकिन उन्होंने ऐसा करने की बजाए पीड़ित लड़की के परिजनों को उनके हाल पर छोड़ दिया।
30 वर्षीय युवक ने किया है उनकी लाडली से बलात्कार
पीड़िता के माता-पिता का कहना है कि कुछ दिन पहले उनकी बेटी के साथ शलगी गांव के 30 वर्षीय युवक ने खेत में बलात्कार किया था। इस घटना के बारे में उसकी बेटी ने उन्हें बताया था। जिसके चसते उन्होंने इस घटना की शिकायत जंजैहली थाने में की लेकिन वहां किसी ने उनकी नहीं सुनी और उनको वहां से भेज दिया गया। लड़की के माता-पिता ने बताया कि तो उनके पास कोई चारा नहीं बचा था। वहीं गांव के लोगों ने उन पर दबाव डाला और उन्होंने अपनी लाडली का मजबूर होकर 22 हजार में समझौता कर लिया, जिसमें पंचायत के वार्ड पंच सहित गांव के लोग शामिल थे।
अब दोबारा आएंगे तो कर लेंगे मामला दर्ज
पीड़ित के साथ हुई घटना के बारे में थाना प्रभारी जंजैहली मोहन सिंह ने भी दो लोगों के थाने में आने की बात की है। उन्होंने कहा कि वह लोग समझौता करवाए जाने की बात कर रहे थे तो हमने उन्हें कहा कि पुलिस समझौता नहीं करवाती है। उन्होंने कहा कि अगर दोबारा वे हमारे पास आते हैं तो हम मामला दर्ज कर लेंगे।