Edited By Punjab Kesari, Updated: 19 Aug, 2017 11:28 PM
हिमाचल में स्क्रब टाइफस थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को आई.जी.एम.सी. में स्क्रब टाइफस से पहली मौत हुई है।
शिमला: हिमाचल में स्क्रब टाइफस थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को आई.जी.एम.सी. में स्क्रब टाइफस से पहली मौत हुई है। चलौंठी का 18 वर्षीय पीड़ित युवक करीब 5 दिन से अस्पताल में भर्ती था। स्क्रब टाइफस से युवक की मौत की पुष्टि आई.जी.एम.सी. के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. रमेश चंद ने की है। प्रदेश भर से स्क्रब टाइफस से 3 से 4 मामले रोजाना पॉजीटिव आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष स्क्रब टाइफस के 90 के लगभग मामले पॉजीटिव आए हैं। 2016 में प्रदेश में स्क्रब टाइफस से 37 मौतें हुई हैं, वहीं 1175 मामले पॉजीटिव पाए गए हैं। इस वर्ष भी स्क्रब टाइफस के मामले आने से प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग कर रहा यह दावा
स्वास्थ्य विभाग दावा करता है कि स्क्रब टाइफस को लेकर स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है। स्क्रब टाइफस एक जीवाणु से संक्रमित पिस्सू के काटने से फैलता है जो खेतों-झाडिय़ों व घास में रहने वाले चूहों में पनपता है। जीवाणु चमड़ी के माध्यम से शरीर में फैलता है और स्क्रब टाइफस बुखार बन जाता है। विभागाधिकारियों का कहना है कि मॉनीटरिंग की जा रही है और रोजाना रिपोर्ट निदेशालय और सचिवालय को भेजी जाती है।