Edited By Punjab Kesari, Updated: 17 Jan, 2018 06:45 PM
गुड़िया केस से जुड़े पुलिस लॉकअप सूरज हत्याकांड मामले में आई.जी. जैदी, शिमला के पूर्व एस.पी. डी.डब्ल्यू. नेगी, डी.एस.पी. मनोज जोशी व अन्य 6 पुलिस कर्मियों की न्यायिक हिरासत फिर बढ़ गई है।
शिमला: गुड़िया केस से जुड़े पुलिस लॉकअप सूरज हत्याकांड मामले में आई.जी. जैदी, शिमला के पूर्व एस.पी. डी.डब्ल्यू. नेगी, डी.एस.पी. मनोज जोशी व अन्य 6 पुलिस कर्मियों की न्यायिक हिरासत फिर बढ़ गई है। बुधवार को सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 30 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इसके साथ ही सी.बी.आई. द्वारा पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के वॉयस सैंपल लेने को लेकर दी गई अर्जी पर अब 5 फरवरी को सुनवाई होगी। बुधवार को अदालत में बचाव पक्ष की तरफ से कोई भी अधिवक्ता पेश नहीं हुआ, ऐसे में वॉयस सैंपल को लेकर होने वाली सुनवाई फिर टल गई। इससे पहले भी कई दफा सुनवाई टल चुकी है।
लॉकअप में हुई थी आरोपी सूरज की मौत
गौरतलब है कि गुडिय़ा केस में एस.आई.टी. द्वारा गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों में से एक आरोपी सूरज की बीते 18 जुलाई को कोटखाई थाने की लॉकअप में मौत हो गई थी। सी.बी.आई. ने इस मामले में एस.आई.टी. के मुखिया आई.जी जहूर जैदी सहित 8 सदस्यों को बीते 29 अगस्त को गिरफ्तार किया था। इसी मामले में बीते 16 नवम्बर को जिला शिमला के पूर्व एस.पी डी.डब्ल्यू. नेगी के रूप में 9वीं गिरफ्तारी जांच एजैंसी ने की थी। सी.बी.आई. सूरज हत्याकांड मामले में आई.जी. जैदी सहित अन्य 8 पुलिस कर्मियों के खिलाफ पहले ही करीब 600 पन्नों की चार्जशीट अदालत में पेश कर चुकी है जबकि जिला शिमला के पूर्व एस.पी. नेगी के खिलाफ अभी अदालत में चालान पेश नहीं किया गया है।
छानबीन के दौरान हाथ लगी रिकार्डिंग
लॉकअप हत्याकांड मामले में सी.बी.आई. न्यायिक हिरासत में चल रहे एस.आई.टी. सदस्यों के वॉयस सैंपल लेना चाह रही है। जांच एजैंसी को छानबीन के दौरान कुछ रिकार्डिंग हाथ लगी है, ऐसे में सी.बी.आई. सभी के वॉयस सैंपल लेना चाह रही है ताकि साक्ष्य को पुख्ता किया जा सके।
गुड़िया मामले में सी.बी.आई. नहीं कर पाई कोई गिरफ्तारी
बहुचर्चित गुड़िया गैंगरेप और मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में अभी तक केंद्रीय जांच एजैंसी सफल नहीं हुई है। पिछले करीब 7 माह से सी.बी.आई. इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक कोई भी गुनहगार बेनकाब नहीं हो पाया है। गौरतलब है कि गुड़िया का शव बीते वर्ष 6 जुलाई को एक जंगल से बरामद हुआ था।