Watch Video: देवभूमि में 200 साल बाद हुआ इस ऐतिहासिक पर्व का आयोजन, उमड़ा आस्था का सैलाब

Edited By Punjab Kesari, Updated: 27 Jun, 2017 03:34 PM

देवभूमि हिमाचल प्रदेश में शक्तिभक्ति और आस्था का संगम हर जगह देखने को मिलता है। ऐसा ही कुछ नजारा सिरमौर जिला के साथ लगते कफलाह में देखने को मिला।

नाहन (सतीश शर्मा): देवभूमि हिमाचल प्रदेश में शक्तिभक्ति और आस्था का संगम हर जगह देखने को मिलता है। ऐसा ही कुछ नजारा सिरमौर जिला के साथ लगते कफलाह में देखने को मिला। बताया जा रहा है कि कफलाह में 200 साल बाद शांत पर्व का आयोजन हुआ। जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने शिरकत की। यहां विजट व शिरगुल महाराज के नए मंदिर का निर्माण किया गया है जिसके बाद यहां शांत पर्व आयोजित हुआ। यहां यह सदियों पुरानी परंपरा है कि जब भी किसी नए मंदिर का निर्माण होता है तो उसके बाद यह आयोजन किया जाता है। इस नए मंदिर के छत पर एक भारी भरकम लकड़ी स्थापित की जाती है जिसे स्थानीय भाषा में 'खनेउड' कहा जाता है।
PunjabKesari
PunjabKesari

इस आयोजित शांतिपर्व में 18 देवी-देवताओं ने शिरकत की
खास बात यह है कि यह 'खनेउड' एक ही पेड़ की लकड़ी का बना होता है और इसे एक बार उठाने के बाद सीधा मंदिर के छत पर स्थापित किया जाता है। ढोल-नगाड़ों की धुनों पर देवी-देवताओं के जयकारों के साथ ही इसे उठाकर मंदिर पर चढ़ाया जाता है। इसको हाथ लगाने के लिए हर कोई उत्सुक रहता है। क्योंकि इसे उठाना शुभ माना जाता है। इस दौरान लोग हाथ में डांगरा, बंदूकें और डंडे उठाकर डांस करते हैं। इस आयोजित शांतिपर्व में क्षेत्र के करीब 18 देवी-देवताओं ने शिरकत की। पर्व के दौरान यहां विशाल यज्ञ का भी आयोजन किया गया जिसमें समूचे क्षेत्र की शांति के लिए कामना की गई। इसको लेकर युवाओं में भी खासा उत्साह देखा गया। सच में आस्था की यह झलक बेहद खास है और यहां के लोग जो आज भी सदियों पुरानी इस परंपरा को बरकरार रखे हुए हैं।
PunjabKesari
PunjabKesari

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!