Edited By Updated: 21 Jan, 2017 09:10 PM
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा चुनाव नजदीक आते ही शगूफे छोडऩा पुरानी आदत है।
धर्मशाला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा चुनाव नजदीक आते ही शगूफे छोडऩा पुरानी आदत है। यदि वीरभद्र सिंह ईमानदारी से धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाना चाहते हैं तो बजट सत्र का आयोजन धर्मशाला में करवाएं। भाजपा नेता किशन कपूर ने धर्मशाला में प्रैस वार्ता के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह तुरंत धर्मशाला में मुख्य सचिव सहित अन्य विभागों के विभागाध्यक्षों को बिठाकर कार्य करने के निर्देश दें। उन्होंने कहा कि जब-जब प्रदेश में भाजपा सरकार बनी तब-तब एक कैबिनेट मंत्री प्रत्येक दिन यहां सचिवालय में बैठकर जनसाधारण की समस्याओं को सुनकर उनका निवारण करता था। इस सुविधा को कांग्रेस सरकार ने सत्ता में काबिज होते ही बंद कर दिया।
मुख्यमंत्री की झूठ बोलने में पीएच.डी.
भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने झूठ बोलने में पीएच.डी. की है। यदि झूठ बोलने में कोई अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता करवाई जाए तो मुख्यमंत्री उसमें प्रथम स्थान प्राप्त करेंगे। पिछले 4 वर्षों से प्रदेश सरकार यकायक घोषणाओं के नाम पर लोगों को भ्रमित कर रही है। उन्होंनेे कहा कि सरकारी कर्मचारियों से प्रदेश सरकार ने अन्याय किया है। सरकारी कर्मचारियों का देय 7 प्रतिशत डी.ए. घटाकर 2 प्रतिशत कर दिया। वहीं हिमुडा व पथ परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पैंशन की अदायगी अभी तक नहीं की गई।
एफ.आई.आर. के बाद भी कार्रवाई नहीं
किशन कपूर ने कहा कि रात के अंधेरे में एम.सी. कर्मचारियों ने 21 जनवरी को भाजपा के झंडों को हटाने का काम किया है। इस संबंध में बाकायदा भाजपा के कार्यकत्र्ता पुलिस थाना में एफ.आई.आर. करवाने के लिए पहुंचे। पहले तो पुलिस ने एफ.आई.आर. दर्ज करने से मना किया और मैं स्वयं जब थाना पहुंचा तो एफ.आई.आर. दर्ज की गई लेकिन हैरानी इस बात की है कि एफ.आई.आर. दर्ज करने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।
कहां है मोनो रेल
पूर्व मंत्री ने सवाल किया है कि मोनो रेल कहां है। धर्मशाला रोप-वे की क्या स्थिति है तथा शिलान्यास करने के बाद एक भी पत्थर क्यों नहीं लगा है। धर्मशाला नड्डी डल लेक का कांग्रेस सरकार के आते ही विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण का कार्य बंद क्यों किया गया है वहीं दाडऩू से त्रियुंड तक की सड़क तथा दाडऩू-भागसूनाग मार्ग का काम बंद क्यों किया गया है।
हिमाचल सरकार ने नहीं जमा करवाया अपना हिस्सा
किशन कपूर ने कहा कि स्मार्ट सिटी बनाने पर हिमाचल सरकार ने आज तक अपना हिस्सा जमा नहीं करवाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि वीरभद्र सरकार की जालसाजी है, ताकि यह धर्मशाला स्मार्ट न बने। जो धन केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी को बनाने की योजना के लिए दिया था, उससे केवल अपने नामों की बड़ी-बड़ी होर्डिंग और जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के विदेशी दौरे तथा दोपहर व रात के भोजन पर लगा दिया। वहीं शिमला से धर्मशाला फोरलेन और धर्मशाला-पालमपुर को राजमार्ग की घोषणा केंद्रीय भूतल मंत्री नितिन गड़करी ने की थी, लेकिन आज दिन तक उसकी डी.पी.आर. क्यों नहीं बनाई है।