Edited By Punjab Kesari, Updated: 30 Jun, 2017 08:22 PM
हमीरपुर में करीब आधा दर्जन सहकारी सभाओं में करोड़ों रुपए के ऋण घोटालों में जहां सभा के सचिव पहले ही सस्पैंड हो गए हैं....
हमीरपुर: हमीरपुर में करीब आधा दर्जन सहकारी सभाओं में करोड़ों रुपए के ऋण घोटालों में जहां सभा के सचिव पहले ही सस्पैंड हो गए हैं, वहीं सहकारी सभाओं में ऋण घोटालों के लगातार मामले सामने आने पर सरकार ने एक बड़े अधिकारी पर कार्रवाई करते हुए उसे रिटायरमैंट के दिन सस्पैंड कर दिया है। सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं हमीरपुर की रिटायरमैंट शुक्रवार को थी। इसी दिन उनके कार्यालय में सुबह करीब 10 बजे सचिवालय शिमला से एक फैक्स आया, जिसमें उन्हें सरकार ने सस्पैंड करने के आदेश जारी किए हैं।
अधिकारियों-कर्मचारियों में मचा हड़कंप
रिटायरमैंट के दिन इतने बड़े अधिकारी की सस्पैंशन के ऑर्डर देखकर संबंधित कार्यालय के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। सरकार द्वारा की गई इस कार्रवाई से स्पष्ट हो गया है कि सरकार अब सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की जवाबदेही भी तय कर रही है। अगर उनके विभाग में कोई घोटाला या भ्रष्टाचार होता है तो उस विभाग के मुखिया पर भी गाज गिरना तय है।
6 सहकारी सभाओं में हुए करोड़ों रुपए के ऋण घोटाले
बता दें कि हमीरपुर जिला में एक के बाद एक पिछले 2-3 सालों में करीब 6 सहकारी सभाओं में करोड़ों रुपए के ऋण घोटाले हुए हैं, जिसके चलते सैंकड़ों लोगों के लाखों रुपए सहकारी सभाओं में हुए घोटालों के चलते स्वाह हो गए हैं। अब सरकार द्वारा संबंधित विभाग के बड़े अधिकारी को इस मामले में सस्पैंड किया गया है, जिसके चलते सहकारी सभाओं के सचिवों में भी हड़कंप मच गया है क्योंकि अब सरकार हर सहकारी सभाओं का ऑडिट करवाने के साथ ही सभाओं की कमेटियों को प्रशिक्षित करने पर विचार करेगी।