Edited By Punjab Kesari, Updated: 19 Aug, 2017 03:49 PM
राज्य सरकार ने अगर 14 साल का सेवाकाल पूरा कर चुके अंशकालीन जलवाहकों को....
चंबा: राज्य सरकार ने अगर 14 साल का सेवाकाल पूरा कर चुके अंशकालीन जलवाहकों को 31 अगस्त तक नियमित नहीं किया तो यह वर्ग सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार करने को मजबूर होगा, जिसमें आमरण अनशन आंदोलन तक का कदम उठाया जाएगा। इसका खमियाजा कांग्रेस को आने वाले विधानसभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा। अंशकालीन जलवाहक कम सेवादार कर्मचारी महासंघ जिला चंबा ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय में बैठक करते हुए यह निर्णय लिया।
मुख्यमंत्री ने अब तक झूठे आश्वासन व झूठी घोषणाएं ही की
बैठक की अध्यक्षता संघ की जिलाध्यक्ष सुरेखा देवी ने की। उन्होंने बताया कि इस वर्ग में सरकार को लेकर काफी रोष है क्योंकि सरकार एक तरफ तो 3 वर्ष के अनुबंध कर्मचारियों को नियमित कर रही है तो वहीं कर्मचारी वर्ग के सबसे निचले तबके को 14 वर्ष के बाद भी पक्का नहीं किया जा रहा है। सुरेखा का कहना है कि संघ सरकार से यह जानना चाहता है इस कर्मचारी वर्ग के साथ सरकार इस प्रकार का सौतेला रवैया क्यों अपनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में इस बात पर भी नाराजगी जताई गई कि इस वर्ग के लिए मुख्यमंत्री ने अब तक झूठे आश्वासन व झूठी घोषणाएं ही की हैं। उन्होंने कहा कि बार-बार गुहार लगाने के बावजूद अभी तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है। इसी के चलते अब संघ ने संघर्ष करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि 20 अगस्त को इस विषय पर अंतिम निर्णय लेने के लिए जिला मुख्यालय में बैठक आयोजित की जा रही है।