Edited By Punjab Kesari, Updated: 15 Jan, 2018 03:23 PM
सर्दियों का मौसम है और हर कोई अपने आप को सर्दी से बचाने में लगा हुआ और यह आवश्यक भी है क्योंकि जरा सी सर्दी लग जाने से महीनों लग जाते हैं। बात यहां सर्दियों में जच्चा-बच्चा की देखरेख की है, जिन्हें इस मौसम में ज्यादा देखरेख की आवश्यकता है। बात यहां...
हमीरपुर : सर्दियों का मौसम है और हर कोई अपने आप को सर्दी से बचाने में लगा हुआ और यह आवश्यक भी है क्योंकि जरा सी सर्दी लग जाने से महीनों लग जाते हैं। बात यहां सर्दियों में जच्चा-बच्चा की देखरेख की है, जिन्हें इस मौसम में ज्यादा देखरेख की आवश्यकता है। बात यहां क्षेत्रीय अस्पताल की जा रही है, जहां पर प्रसूति कक्ष में जच्चा-बच्चा को रखा गया है। यहां पर उनकी सुरक्षा का जिम्मा भी अस्पताल पर ही रहता है। प्रसूता महिलाओं को अस्पताल की ओर से विशेष सुविधा देना आवश्यक होता है। यहां पर सवाल उठाता है कि क्या उन्हें वहां पर यह सब सुविधाएं मिल पा रही हैं या नहीं। तो यहां पर उत्तर है कि प्रसूता कक्ष में कोई हीटर नहीं लगा है और न ही और कोई विशेष सुविधा प्रसूता महिलाओं को दी जा रही है।
कुछ दिन पहले ही जिला अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री ने दौरा किया
अस्पताल की ओर से उन्हें एक ऊन का कंबल दिया जाता है जोकि एक प्रसूता के लिए काफी नहीं है। बात तो हमारे प्रदेश व सरकार में प्रसूता महिलाओं को हर सुविधा देने की जाती है परंतु इस तरह की लापरवाही क्षेत्रीय अस्पताल में गर्भवती व प्रसूता महिलाओं के लिए सही नहीं है। कुछ दिन पहले ही जिला अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री ने दौरा किया था तो उन्होंने क्या देखा वहां पर? बात हर बार महिलाओं को बड़ी-बड़ी सुविधाएं देने की जाती है परंतु यहां पर उन्हें कमरे में 24 डिग्री सैल्सियस तापमान मिल सके जोकि एक नवजात व प्रसूता के लिए अनिवार्य होता है उसका ही प्रावधान नहीं है।