Edited By Updated: 22 Oct, 2016 01:06 PM
कुछ माह पहले बिलासपुर जिला अस्पताल में एक प्रसूता महिला के नवजात बच्चे की जन्म के समय मौत के मामले में जांच पूरी कर ली गई है।
घुमारवीं: कुछ माह पहले बिलासपुर जिला अस्पताल में एक प्रसूता महिला के नवजात बच्चे की जन्म के समय मौत के मामले में जांच पूरी कर ली गई है। अस्पताल में चिकित्सक व एक अन्य महिला स्वास्थ्य कर्मी पर महिला के प्रसव के समय लापरवाही बरतने और दुर्व्यवहार करने के लगे आरोपों पर जांच में सभी को क्लीन चिट दे दी गई है।
फोरैंसिक विशेषज्ञ डा. सांख्यान की अध्यक्षता वाली 3 सदस्यीय कमेटी ने अपनी जांच को पूरा करते हुए इस मामले में अस्पताल प्रबंधन के स्तर पर तमाम आरोपों को गलत करार दिया है। यह रिपोर्ट आगामी कार्रवाई के लिए डी.सी. को स्वास्थ्य विभाग की ओर से भेज दी गई है। डा. सांख्यान ने इस मामले में पुष्टि करते हुए कहा है कि आरोपों की गहनता से जांच की गई है। डा. सांख्यान ने यहां बताया कि इस घटना के आरोपों की जांच करने के लिए उनकी अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया था जिसमें डा. आहलूवालिया, डा. रीना व डा. सतीश शर्मा सदस्य के रूप में थे। सभी ने आरोपों में शामिल तमाम पक्षों को लेकर जांच की।
डा. सांख्यान ने बताया कि यह आरोप गलत है कि महिला चिकित्सक ने लापरवाही बरती क्योंकि उस दिन संबंधित महिला चिकित्सक स्टेशन लीव पर थी। ऐसे में उन्होंने तो इलाज किया ही नहीं तो फिर आरोप कैसे? दूसरी बात मिड-वाइफ को लेकर है। मिड वाइफ ने भी प्रसव कराने में तय विधि के मुताबिक कोई कमी नहीं छोड़ी थी।