Edited By Updated: 10 Oct, 2015 01:20 PM
जेएंडके में चल रही क्रिकेट की राजनीति धर्मशाला पहुंच गई है। आपको बता दें कि वीरवार को धर्मशाला के निजी होटल में प्रेसवार्ता में जेएंडके टीम के मैनेजर्स राजीव व रोहित ने बताया कि सुबह 7 बजे क्रिकेट टीम स्टेडियम के बाहर पहुंच गई थी...
धर्मशाला (नृपजीत निप्पी): जेएंडके में चल रही क्रिकेट की राजनीति धर्मशाला पहुंच गई है। आपको बता दें कि वीरवार को धर्मशाला के निजी होटल में प्रेसवार्ता में जेएंडके टीम के मैनेजर्स राजीव व रोहित ने बताया कि सुबह 7 बजे क्रिकेट टीम स्टेडियम के बाहर पहुंच गई थी, लेकिन एच.पी.सी.ए. पदाधिकारियों ने टीम को स्टेडियम में प्रवेश नहीं करने दिया। उनका आरोप था कि स्टेडियम के बाहर एच.पी.सी.ए. पदाधिकारियों ने बताया कि उन्हें बी.सी.सी.आई. से निर्देश आए हैं कि दूसरी टीम को खेलने देना है।
उन्होंने बताया कि जब एचपीसीए पदाधिकारी से बी.सी.सी.आई. के आदेशों की कॉपी मांगी गई तो वह नहीं दे पाए। उन्होंने आरोप लगाया कि जेएंडके की जिस टीम को एच.पी.सी.ए. ने हिमाचल के खिलाफ खेलने का मौका दिया है, वह गैरकानूनी है। क्रिकेट में राजनीति सहन नहीं होगी। उन्होंने बताया कि जिस टीम को मैच खेलने की अनुमति दी गई है, उसके खेलने पर ज मू कोर्ट ने प्रतिबंध लगा रखा है। उन्होंने कोर्ट के आदेशों की प्रतिलिपियां भी मीडिया कर्मियों को दिखाई। उनका कहना था कि 15 खिलाड़ी 500 किलोमीटर का सफर तय कर यहां पहुंचे थे, लेकिन यहां आकर उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा है। राजीव पंडिता ने बताया कि एक तरफ बी.सी.सी.आई. क्रिकेट को प्रोत्साहित करने के लिए जानी जाती है, लेकिन दूसरी तरफ एच.पी.सी.ए. द्वारा इस तरह की राजनीति की जा रही है, जो कि क्रिकेट खेल के लिए सही नहीं है।