Edited By Updated: 01 Apr, 2017 07:21 PM
पिछले 5 दिनों से जे.पी. उद्योग में कार्यरत 4000 ट्रकों के पहिए जाम हैं।
बिलासपुर (मुकेश गौतम): पिछले 5 दिनों से जे.पी. उद्योग में कार्यरत 4000 ट्रकों के पहिए जाम हैं। ट्रक आप्रेटरों का कहना है कि जे.पी. कम्पनी उनके 48 करोड़ रुपए किराए के रूप में नहीं दे रही है। पैसा न मिलने की वजह से ट्रक आप्रेटरों की सुबह-शाम की जरूरतें भी पूरी करनी मुश्किल हो गईं हैं। जे.पी. कम्पनी के खिलाफ मोर्चे पर ट्रक आप्रेटर डटे हुए हैं। इस दौरान न ही जे.पी. प्रबंधन और न ही प्रशासन ने अभी तक कोई संतोषजनक कार्रवााई अम्ल में लाई है। ट्रक आप्रेटरों का कहना है कि पिछले 2 वर्षों से सोलन व बिलासपुर जिलों के हजारों ट्रक आप्रेटरों ने जे.पी. उद्योग को बहुत सहयोग दिया लेकिन जे.पी. को सहयोग देते-देते हजारों आप्रेटरों की नैया डूब गई। प्राइवेट फाइनांसरों ने अपनी लोन की किस्तें लेने के लिए आप्रेटरों के घरों में जाकर उन्हें शर्मिंदा व बेइज्जत किया तथा किस्तें न देने पर फाइनांसर दर्जनों वाहन उठाकर ले गए लेकिन कम्पनी है कि किराया ही नहीं दे रही।
गेट बंद करके शुरू होगा उग्र आंदोलन
दौलत सिंह ठाकुर ने कहा कि अप्रैल माह शुरू हो गया। ट्रक आप्रेटरों को अपनी गाडिय़ों का गुड्ज टैक्स, टोकन टैक्स, इंश्योरैंस, गत्ता कापी तथा गाडिय़ों की पासिंग करवानी है लेकिन बिना पैसे से वे कैसे अपने वाहनों की अदायगियां करेंगे। हजारों आप्रेटरों ने अभी पिछले साल के टैक्स नहीं दिए हैं। जे.पी. प्रबंधन आप्रेेटरों से सिर्फ ढुलान करने के लिए कहता है लेकिन मालभाड़े की अदायगी के बारे में खामोश है। वहीं पूर्व महासचिव दीप चन्द ने चेताया कि अगर कम्पनी ने किराए की अदायगी नहीं की तो गेट बंद करके उग्र आंदोलन शुरू होगा।