Edited By prashant sharma, Updated: 15 Jan, 2021 11:08 AM
पंचायत चुनावों में सबसे ज्यादा वार्ड पंच का पद हॉट सीट बना है। वार्ड में ही खड़े उम्मीदवारों को अपने ही वार्ड के मतदाताओं से वोट लेने के लिए जी-तोड़ मेहनत करनी पड़ रही है।
धर्मशाला (तनुज) : पंचायत चुनावों में सबसे ज्यादा वार्ड पंच का पद हॉट सीट बना है। वार्ड में ही खड़े उम्मीदवारों को अपने ही वार्ड के मतदाताओं से वोट लेने के लिए जी-तोड़ मेहनत करनी पड़ रही है। प्रथम चरण के चुनाव 17 जनवरी को होने वाले हैं और वार्ड पंच के उम्मीदवारों ने अब अपने वार्ड के सभी परिवारों के मतदाताओं के वोट अपने पक्ष या विरोधी पक्ष में जाने को लेकर जमा-जोड़ शुरू कर दिया है। इसमें प्रत्याशियों द्वारा मनभेद और मतभेद को एक किनारे रखते हुए रूठे मतदाताओं को मनाने के लिए बैठकों का दौर शुरू किया है। अपने पक्ष में आने वाले वोटों के अलावा रूठों को मनाने के लिए लोहड़ी तथा मकर संक्राति के त्यौहारों का भरपूर फायदा उठाया। एक ही वार्ड/परिवार के सदस्यों का हवाला देते हुए उनके पक्ष में मतदान करने को अपने प्रचार का हथियार भी बनाया।
वहीं, वार्ड पंच के पदों पर दावे ठोकने वाले प्रत्याशी अपने पुराने गिले-शिकवों को भूला कर अपने वार्ड के प्रत्येक घर में दस्तक देते हुए अपने वोट पक्के करने में जुटे हैं। पंचायत चुनावों में प्रधान, उप-प्रधान, वार्ड मेंबर, बी.डी.सी. और जिला परिषद के चुनाव होते हैं। इन सभी पदों पर होने वाले चुनावों में गांवों में वार्ड पंच का चुनाव तनावपूर्ण रहता है। इस पद के लिए दावे ठोकने वाले एक ही वार्ड के अनेक सदस्य होते हैं जोकि पारिवारिक तौर पर सीधे जुड़े होते हैं। गांवों में आपस में होने वाले मनभेदों के चलते वार्ड पंच के पद पर उतरे प्रत्याशी के लिए 1-1 वोट मायना रखता है। जिला कांगड़ा में पंचायतीराज चुनावों में बड़े पदों के लिए राजनीतिज्ञ जहां अपने मोहरें चलते हैं, वहां वार्ड पंच पद पर केवल स्थानीय लोग ही उम्मीदवार को जिताने और हराने को लेकर मुहर लगाते हैं। पंचायत चुनावों की तिथि नजदीक आने के साथ ही अन्य पदों की अपेक्षा गांवों में वार्ड पंच प्रत्याशियों के लिए यह हॉट सीट बनी हुई है। मतदान दिवस से पहले रूठों का आंकड़ा तैयार करने के साथ ही उनको मनाने को लेकर प्रत्याशी फील्ड में जुटे हैं।