फार्म-बाड़े में जाने के लिए अलग जूतों का प्रयोग करें पोल्ट्री संचालक

Edited By prashant sharma, Updated: 08 Jan, 2021 11:52 AM

use different shoes to go to the farm  poultry operator

बर्ड फ्लू से बचाव को लेकर पशु पालन विभाग ने पोल्ट्री फार्म संचालकों से विशेष एहतियात बरतने की अपील की है। पोल्ट्री फार्म संचालकों को फार्म व बाड़े में जाने के लिए अलग जूते या चप्पलों का इस्तेमाल करने की बात कही है।

धर्मशाला (ब्यूरो) : बर्ड फ्लू से बचाव को लेकर पशु पालन विभाग ने पोल्ट्री फार्म संचालकों से विशेष एहतियात बरतने की अपील की है। पोल्ट्री फार्म संचालकों को फार्म व बाड़े में जाने के लिए अलग जूते या चप्पलों का इस्तेमाल करने की बात कही है। पशु चिकित्सा अधिकारी रानीताल डॉ.सर्वेश गुप्ता ने मुर्गियों को बर्ड फ्लू से बचाने के लिए लोगों से प्रारंभिक रोकथाम व नियंत्रण के उपाय करने करने की अपील करते हुए कहा है कि फार्म या बाड़े के बाहर फुटपाथ बनाएं जिन्हें फिनाईल, फॉरमलिन या कीटाणु नाशक घोल का प्रयोग करें या फुटपाथ में चूने का प्रयोग भी किया जा सकता है। फार्म या बाड़े में जाने से पहले अपने हाथ साबुन से धोकर जाएं। फार्म या बाड़े के चारों तरफ नियमित रूप से चूने का छिड़काव करें। फार्म या बाड़े में पड़े छिद्रों को बन्द करें जिससे चूहे व नेवले अंदर न प्रवेश कर सकें।

वहीं इनके चारों तरफ  उगी ऊंचीं झाडिय़ों व ऊंचे पेड़ों की टहनियों को काटे जिससे कौवे, चील व गिद्ध जैसे मांसाहारी पक्षी उस पर न बैठ सकें। उन्होंने बताया कि मुर्गी पालकों को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि मांसाहारी व प्रवासी पक्षियों का मल किसी भी तरीके से फार्म में रखी मुर्गियों के संपर्क में न आए। घरेलू मुर्गी पालन या देसी मुर्गी पालने वाले किसानों की मुर्गियां भोजन की तलाश में अकसर नाली या घर के पिछवाड़े में घूमती हैं। इसीलिए इन किसानों को विशेष ध्यान देना चाहिए और एहितयात के तौर पर उनके दाने-पानी की व्यवस्था बाड़े में उपलब्ध करनी चाहिए जिससे उनकी मुर्गियों को भोजन के लिए खुले में विचरण न करना पड़े। ऐसा करने से उनका संपर्क मांसाहारी व प्रवासी पक्षियों के मल से नहीं होगा।

जिन मुर्गी पालकों ने घर में कुत्ते पाल रखे हैं, वे उन्हें बांध कर रखें और उनके भोजन की व्यवस्था उनकी जगह पर ही करें। उन्होंने बताया कि फार्म में आवारा कुत्ते न आएं इसीलिए किसानों को फार्म के चारों तरफ  बाड़-बन्दी करनी चाहिए। मुर्गी फार्म से निकलने वाले कूड़े में अकसर अनाज के दाने रहते हैं, इसीलिए संचालकों को कूड़े का उचित प्रबन्ध करना चाहिए, जिससे पक्षी व चूहे उस तरफ  आकर्षित न हों। मुर्गी फार्म में मृत पक्षियों के लिए अलग से गड्ढे की व्यवस्था करनी चाहिए जिससे नेवले, आवारा कुत्ते व जंगली जानवर उस तरफ  न आ सकें। उन्होंने बताया कि यह सभी जैव सुरक्षा उपाय बर्ड फ्लू को मुर्गियों में फैलने के संभावित खतरे को रोकने में मील का पत्थर साबित हो सकते हैं।
 

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