Edited By Vijay, Updated: 14 Dec, 2018 09:05 PM
राज्य के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ के लिए सांसद वीरेंद्र कश्यप ने ट्रॉमा सैंटर स्वीकृत करने का आग्रह किया है। इसी कड़ी में सांसद वीरेंद्र कश्यप ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा से संसद भवन में भेंट की। इस अवसर पर...
शिमला: राज्य के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ के लिए सांसद वीरेंद्र कश्यप ने ट्रॉमा सैंटर स्वीकृत करने का आग्रह किया है। इसी कड़ी में सांसद वीरेंद्र कश्यप ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा से संसद भवन में भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया कि सोलन जिला के उक्त सीमावर्ती क्षेत्र में एन.डी.ए. सरकार द्वारा हिमाचल के लिए स्वीकृत औद्योगिक पैकेज की वजह से पिछले वर्षों के दौरान बड़े पैमाने पर औद्योगिकीकरण हुआ है। ऐसा होने से क्षेत्र में जनसंख्या बढऩे के साथ-साथ ट्रैफिक में भी काफी बढ़ौतरी हुई है।
चालू वर्ष में 121 सड़क दुर्घटनाएं, 41 लोगों की मौत
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में वर्ष 2017-18 के दौरान 168 सड़क दुर्घटनाओं में 66 लोगों की मौत हुई जबकि 196 लोग घायल हुए हैं। सांसद ने अवगत कराया कि चालू वर्ष में नवम्बर माह तक यहां 121 सड़क दुर्घटनाओं में 41 लोगों की मौत हुई जबकि 148 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 2 सालों के दौरान सड़कदुर्घटनाओं के मृतकों के आश्रितों तथा घायलों को राज्य सरकार ने 5.44 करोड़ रु पए की आर्थिक सहायता तथा मुआवजा प्रदान किया है। शिमला के सांसद वीरेंद्र कश्यप ने कहा कि क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को तत्काल मैडीकल उपचार की सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, जिसकी वजह से अनेक बहुमूल्य जीवन चले जाते हैं, जिन्हें उचित आपात सहायता प्रदान करके बचाया जा सकता है।
पिंजौर से नालागढ़ के बीच ज्यादा दुर्घटनाएं
सांसद ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि पिंजौर से नालागढ़ के बीच सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं के मामले सामने आते हैं, ऐसे में इस क्षेत्र में एम्बुलैंस तथा आपात उपचार प्रदान करने की अत्यंत आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा कि यहां ट्रॉमा केंद्र के स्थापित होने से पड़ोसी जिला बिलासपुर तथा पंजाब के रोपड़ जिला में सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को भी राहत मिलेगी।