Edited By Jyoti M, Updated: 08 Sep, 2025 10:02 AM

लाहौल-स्पीति घाटी के किसानों और लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण 13 दिनों से बंद पड़ा मनाली-केलांग-लेह हाईवे आखिरकार छोटे वाहनों के लिए खुल गया है। सीमा सड़क संगठन (BRO) ने कड़ी मेहनत और अथक प्रयासों के बाद रविवार को...
हिमाचल डेस्क। लाहौल-स्पीति घाटी के किसानों और लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण 13 दिनों से बंद पड़ा मनाली-केलांग-लेह हाईवे आखिरकार छोटे वाहनों के लिए खुल गया है। सीमा सड़क संगठन (BRO) ने कड़ी मेहनत और अथक प्रयासों के बाद रविवार को अटल टनल, रोहतांग के माध्यम से इस महत्वपूर्ण मार्ग को बहाल कर दिया। 25 अगस्त को भारी भूस्खलन के कारण अटल टनल होकर यातायात पूरी तरह से बंद हो गया था, जिससे लाहौल घाटी का संपर्क शेष दुनिया से लगभग कट गया था।
अटल टनल बंद होने के कारण, लोगों को रोहतांग दर्रे से होकर अतिरिक्त 45 किलोमीटर की लंबी और कठिन यात्रा करनी पड़ रही थी। इससे न केवल समय और ईंधन की बर्बादी हो रही थी, बल्कि किसानों को अपनी नगदी फसलें, जैसे आलू, मटर और गोभी, मंडियों तक पहुंचाने में भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। अब टनल के खुलने से किसानों को अपनी फसलें आसानी से मनाली और अन्य बाजारों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकेगा।
सीमा सड़क संगठन (BRO) के दीपक प्रोजेक्ट के मुख्य अभियंता, राजीव कुमार ने लाहौल-स्पीति की विधायक अनुराधा राणा को भरोसा दिलाया था कि वे जल्द ही सड़क को बहाल कर देंगे, और उन्होंने अपना वादा पूरा किया। विधायक अनुराधा राणा ने BRO की सराहना करते हुए कहा कि संगठन ने कठिन परिस्थितियों में भी लोगों और सब्जी कारोबारियों को बड़ी राहत दी है।
राजीव कुमार ने बताया कि BRO की टीमें दिन-रात काम कर रही हैं और जल्द ही मनाली-लेह हाईवे को बड़े वाहनों के लिए भी बहाल किया जाएगा। हालांकि, भूस्खलन के कारण कोकसर-काजा सड़क अभी भी बंद है और उसे खोलने का प्रयास जारी है। BRO के सैकड़ों कर्मचारी, अधिकारी और जवान इस चुनौतीपूर्ण कार्य में लगे हुए हैं, ताकि घाटी के लोगों का जीवन सामान्य हो सके।