Edited By Punjab Kesari, Updated: 31 Dec, 2017 06:41 PM
नव वर्ष की पूर्व संध्या पर पर्यटन नगरी मनाली में प्रस्तुत पारंपरिक कुल्लवी नृत्य ने सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मनाली: नव वर्ष की पूर्व संध्या पर पर्यटन नगरी मनाली में प्रस्तुत पारंपरिक कुल्लवी नृत्य ने सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दोपहर को खिली धूप के बीच जैसे ही 37 महिला मंडलों की महिलाएं माल रोड मनाली में उतरीं तो पर्यटकों की सांसें थम सी गईं। महिलाओं को नृत्य करता देख पर्यटक भी उत्साहित हो उठे। हालांकि ये कुल्लवी नाटी प्रतियोगिता के अभ्यास का हिस्सा थी जिसे कार्निवाल के तीसरे और 5वें दिन प्रस्तुत किया जाना है लेकिन पर्यटकों के मनोरंजन को देखते हुए कार्निवाल कमेटी ने इसे नववर्ष की संध्या और क्रिसमस पर्व पर प्रस्तुत किया।
अढ़ाई घंटे तक चला नाटी का कार्यक्रम
एक साथ माल रोड मनाली में कुल्लवी परिधान में उतरीं महिलाओं ने समां बांध दिया। लगभग अढ़ाई घंटे तक चले इस नाटी कार्यक्रम में सैंकड़ों सैलानियों का जमघट लग गया। एक साथ सैंकड़ों महिलाओं ने कुल्लवी नाटी प्रस्तुत कर सैलानियों को कुल्लू के पारंपरिक नृत्य से रू-ब-रू करवाया। सैलानियों की आमद देख कार्निवाल कमेटी ने उन्हें भी कुल्लवी नाटी में नाचने की इजाजत दे दी। कुछ देर बाद सैलानी भी शामिल हो गए। उन्होंने भी काफी समय तक नाटी में भाग लिया और अपने इन ऐतिहासिक लम्हों को कैमरे में कैद कर यादगार बना डाला।
विंटर कार्निवाल में 1000 महिलाएं डालेंगी नाटी
मनाली एस.डी.एम. एच.आर. बैरवा ने उपस्थित सभी सैलानियों का स्वागत करते हुए कहा कि कार्निवाल कमेटी ने उनके मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए ही कुल्लवी नृत्य के अभ्यास का कार्यक्रम रखा था। उन्होंने कहा कि 4 और 6 जनवरी को इस लालड़ी नृत्य का फाइनल दौर होगा जिसमें 80 से अधिक महिला मंडलों की लगभग एक हजार महिलाएं कुल्लवी परिधान में नृत्य कर माल रोड में समां बांधेगी। उन्होंने कहा कि कुल्लवी नाटी प्रतियोगिता की विजेता टीम को एक लाख नकद ईनाम से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कार्निवाल के सफल आयोजन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।