Edited By Vijay, Updated: 04 Jun, 2023 07:19 PM
मैक्लोडगंज के मुख्य बौद्ध मंदिर में बुद्ध शाक्यमुनि के जन्म, ज्ञानोदय और परिनिर्वाण दिवस (साका दावा) के अवसर पर रविवार को गेशे लंगरी थंगपा के चित्त प्रशिक्षण के आठ छंद पर प्रवचन देने के लिए बोधिचित्तोत्पादन समारोह का आयोजन किया गया।
धर्मशाला (ब्यूरो): मैक्लोडगंज के मुख्य बौद्ध मंदिर में बुद्ध शाक्यमुनि के जन्म, ज्ञानोदय और परिनिर्वाण दिवस (साका दावा) के अवसर पर रविवार को गेशे लंगरी थंगपा के चित्त प्रशिक्षण के आठ छंद पर प्रवचन देने के लिए बोधिचित्तोत्पादन समारोह का आयोजन किया गया। साका दावा टीचिंग के दौरान तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि मनुष्य के जीवन में दुखों के उत्पन्न होने का कारण गलत विकल्प को चुनना है। मनुष्य अपने जीवन में गलत कर्मों और अज्ञानता के पथ पर चलना शुरू कर देता है। इससे उसके जीवन को दुखों का साया घेर लेता है। मनुष्य को दुखों को दूर करने के लिए क्लेशों को नष्ट करना चाहिए। जीवन में दुखों के आने के कारणों की तलाश करनी चाहिए और उन्हें दूर करने का प्रयत्न करना चाहिए। जैसे ही मनुष्य इन कारणों की तलाश कर क्लेशों को नष्ट करेगा तो जीवन में परिवर्तन के साथ सुख की प्राप्ति होना शुरू हो जाएगी।
बेचारा चीन भी क्लेशों के अधीन
धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि चीन ने तिब्बत को नुक्सान पहुंचाकर तिब्बत का दमन किया है लेकिन वास्तव में बेचारा चीन भी क्लेशों के अधीन है। चीन के लोग परेशान हैं। वे लोग सुख चाहते हैं लेकिन उनके अपने वश में कुछ नहीं है। इससे वे क्रोधित होकर तिब्बत के लोगों को नुक्सान पहुंचाते हैं। रविवार को टीचिंग के दौरान सैंकड़ों की संख्या में देश-विदेश के बौद्ध भिक्षुओं ने भाग लिया और धर्मगुरु दलाई लामा का आशीर्वाद लिया तथा उनकी लंबी आयु के लिए प्रार्थना की।
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