Edited By Kuldeep, Updated: 19 Jul, 2025 05:52 PM

प्रदेश के मंडी जिले की सराज में आई प्राकृतिक आपदा ने पूरे इलाके को तबाह कर दिया। इस आपदा में कई लोगों के घर, खेत और कारोबार के साधन नष्ट हो गए लेकिन इस कठिन समय में एक अधिकारी ने अपनी दरियादिली का परिचय दिया और अपना गम भुलाकर प्रभावितों की मदद के...
थुनाग (ख्यालीराम): प्रदेश के मंडी जिले की सराज में आई प्राकृतिक आपदा ने पूरे इलाके को तबाह कर दिया। इस आपदा में कई लोगों के घर, खेत और कारोबार के साधन नष्ट हो गए लेकिन इस कठिन समय में एक अधिकारी ने अपनी दरियादिली का परिचय दिया और अपना गम भुलाकर प्रभावितों की मदद के लिए आगे आए। डीएफओ रोहड़ू धर्मचंद शर्मा जोकि सराज के सुराह गांव के निवासी हैं, उनका स्वयं का घर भी आपदा में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन उन्होंने अपने नुक्सान की परवाह किए बिना सराज के लोगों की मदद के लिए आगे आए। उन्होंने अपनी जेब से 50 से अधिक आपदा प्रभावितों को 2 लाख रुपए की मदद की। एक लाभार्थी ने बताया कि यह राशि किसी को 3 तो किसी को 5-5 हजार रुपए के तौर पर गुगल-पे से भेजी। उनके इस मानवीय कदम ने प्रभावितों के लिए आशा की किरण जगा दी है।
ऐसे कठिन समय में एक अधिकारी ने जो उदाहरण पेश किया, वह समाज के लिए प्रेरणास्रोत बन गया है। धर्मचंद शर्मा जो हिमाचल प्रदेश वन विभाग में डीएफओ के पद पर कार्यरत हैं और वर्तमान में डीएम, फोरैस्ट कॉर्पोरेशन, सावड़ा (रोहड़ू) में तैनात हैं। धर्मचंद शर्मा का यह मानवीय कदम न केवल एक जिम्मेदार अधिकारी की छवि को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि सेवा का जज्बा अगर सच्चा हो तो कोई भी कठिनाई रास्ता नहीं रोक सकती। पंचायत प्रधान कर्म सिंह ने कहा कि धर्मचंद शर्मा जैसे अधिकारी ही हैं, जो समाज में विश्वास और सकारात्मकता की लौ जलाए रखते हैं। अधिकारी धर्मचंद शर्मा ने अपने संदेश में कहा कि मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है और सेवा से बढ़कर कोई कर्त्तव्य नहीं।