Edited By kirti, Updated: 13 Oct, 2018 04:15 PM
घाटी में कई जगहों पर रास्ते के साथ लगते क्षतिग्रस्त पेड़ जानलेवा हो सकते हैं। अगर इन क्षतिग्रस्त पेड़ों को समय रहते काटा नहीं गया तो इससे बड़ा हादसा हो सकता है। जिला मुख्यालय से सटी खराहल घाटी के काईस से तांदला को जाने वाले रास्ते पर टूटा हुआ पेड़...
कुल्लू : घाटी में कई जगहों पर रास्ते के साथ लगते क्षतिग्रस्त पेड़ जानलेवा हो सकते हैं। अगर इन क्षतिग्रस्त पेड़ों को समय रहते काटा नहीं गया तो इससे बड़ा हादसा हो सकता है। जिला मुख्यालय से सटी खराहल घाटी के काईस से तांदला को जाने वाले रास्ते पर टूटा हुआ पेड़ हादसे को न्यौता दे रहा है। कुछ दिन पहले तेज हवा से पेड़ का एक हिस्सा टूटकर रास्ते के साथ लगे डंगे में जा गिरा, जबकि दूसरा हिस्सा पेड़ के ठूंठ के साथ ही अटक गया है। अब इस रास्ते से आवाजाही करना खतरनाक हो गया है। ठंूठ के साथ अटका पेड़ का हिस्सा कभी भी टूटकर रास्ते में गिर सकता है, जिससे इस रास्ते में गुजरने वाले राहगीरों की जान पर बन सकती है।
राहगीर इस रास्ते से डर-डर कर आवाजाही करते हैं। घाटीवासियों नूप राम, संजीव, चमन लाल, राजीव, कमल, बबलू, अजय, गगन, अशोक, विपिन व गोविंद आदि का कहना है कि इस रास्ते से गुजरना खतरनाक हो गया है। उन्होंने कहा कि तेज हवा और बर्फबारी होने पर टूटा हुआ पेड़ हादसे को न्यौता दे सकता है। उन्होंने संबंधित विभाग से मांग की है कि टूटे हुए पेड़ को बर्फबारी से पहले रास्ते से हटाया जाए ताकि हादसे होने से बचा जा सके।