Edited By Punjab Kesari, Updated: 26 Aug, 2017 10:10 AM
हिमाचल कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शुक्रवार को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने तीखे तेवर दिखाए।
शिमला: हिमाचल कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शुक्रवार को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने तीखे तेवर दिखाए। सूत्रों के अनुसार बैठक में मुख्यमंत्री ने संगठन की कार्यप्रणाली पर सीधे तौर पर सवाल खड़े किए। वीरभद्र सिंह का कहना था कि सरकार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी से जिस तरह का सहयोग मिलना चाहिए था, वह सहयोग चुनावी वर्ष में भी नहीं मिल रहा है। इस दौरान उन्होंने यह तक कह डाला कि यदि ऐसा ही रहा तो वह विधानसभा चुनाव को लेकर मैदान में ही नहीं उतरेंगे। मुख्यमंत्री के ये शब्द कहते ही बैठक में मौजूद विधायक हक्के-बक्के रह गए। सूत्रों के अनुसार सी.एम. वीरभद्र सिंह संगठन में व्यापक फेरबदल चाहते हैं लेकिन कुछ विधायक विधानसभा चुनाव के लिए कुछ महीने ही शेष रहने के चलते संगठन में फेरबदल के पक्षधर नहीं हैं।
अधिकतर विधायकों ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ने की बात कही
सूत्रों के अनुसार विधायक दल की बैठक में कुछ विधायकों का कहना था कि यदि अब संगठन में फेरबदल किया जाता है तो उससे विधानसभा चुनाव में पार्टी को नुकसान हो सकता है। हालांकि इस दौरान अधिकतर विधायकों ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ने की बात कही। कुछ मंत्रियों और विधायकों का यह भी कहना था कि इसके लिए यदि हाईकमान से बात करनी पड़ेगी तो वे उसके लिए भी तैयार हैं। कांग्रेस विधायक दल की बैठक पहले सी.एम. के विधानसभा स्थित चैंबर में करीब साढ़े 10 बजे हुई। इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। इसी बीच सत्र का समय होने के चलते बैठक आधी-अधूरी रह गई। इसके बाद सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने के बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक फिर होनी थी लेकिन कुछ मंत्रियों और विधायकों के चले जाने के चलते बैठक नहीं हो पाई। ऐसे में अब जल्द ही विधायक दल की बैठक फिर से बुलाई जाएगी।
यह मामला भी गूंजा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने बीते दिन ही विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी के घोषणा पत्र तैयार किए जाने की बात कही थी जबकि इसके लिए मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों की राय भी नहीं लिए जाने की बात सामने आई है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भी यह मामला गूंजने की सूचना है।