Edited By kirti, Updated: 21 Dec, 2019 05:02 PM
शिमला शहर में वेंडर एक्ट 2014 को लागू करने को लेकर तहबाजारियों ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। तहबाजारी यूनियन नगर निगम के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे है और इस एक्ट को लागू करने की मांग कर रहे है। शनिवार को कालीबाड़ी हॉल में तहबाजारी...
शिमला(तिलक): शिमला शहर में वेंडर एक्ट 2014 को लागू करने को लेकर तहबाजारियों ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। तहबाजारी यूनियन नगर निगम के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे है और इस एक्ट को लागू करने की मांग कर रहे है। शनिवार को कालीबाड़ी हॉल में तहबाजारी यूनियन ने सम्मेलन का आयोजन किया गया। जहां प्रयूनियन ने नगर निगम पर तहबाजारियों को जबरन हटाने और अवैध वसूली के आरोप लगाए और जल्द से जल्द तहबाजारियों को आईकार्ड जारी करने की मांग की। यूनियन का आरोप है कि नगर निगम काफी समय से तहबाजारियों को आईकार्ड जारी करने का आश्वासन दे रहा है। लेकिन न तो तहबाजारियों को बसाया जा रहा है और न ही उन्हें आईकार्ड दिया जा रहा है। यूनियन के अध्यक्ष सुरेंद्र बिट ने कहा कि 2007 में सुप्रीम कोर्ट ने तहबाजारियों को बसाने के निर्देश दिए थे। लेकिन नगर निगम उन्हें बसाने का बाजय उन्हें उजाड़ने का काम कर रही है।
पिछले पांच साल से वेंडर एक्ट को लागू तक नहीं किया गया और न ही वेंडर जोन चिन्हित किए गए। वहीं उन्होंने कहा कि नगर निगम आई कार्ड देने की बात कह रही है लेकिन आईं कार्ड अभी तक नहीं दिए गए। बता दें शिमला शहर में 3 हजार से ज्यादा तहबाजारी है। नगर निगम ने 1065 तहबाजारी चिन्हित किए गए है। जिन्हें नगर निगम आई कार्ड जारी करने की बात कर रहा है और आईकार्ड के बिना किसी भी व्यक्ति को बाजार में बेठने नहीं दिया जाएगा। हाईकोर्ट ने भी तहबाजारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश जारी किए थे और नगर निगम द्वारा शहर से तहबाजारियों को हटाया भी गया था जिसके बाद तहबाजारियों ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और धरना प्रदर्शन किए जा रहे है।