Edited By Punjab Kesari, Updated: 03 Feb, 2018 09:32 AM
क्षेत्र के मात्तर भेड़ों पंचायत के जमा 2 स्कूल में आधारभूत ढांचे की कमी के चलते स्कूल प्रबंधन बेबस है। स्कूल के 102 बच्चों के लिए मात्र 2 कमरे मौजूद हैं। ऐसे में 2 कक्षाएं ही कमरों में लगती हैं जबकि शेष 5 कक्षाएं खुले मैदान में लगती हैं। गर्मी हो...
नाहन : क्षेत्र के मात्तर भेड़ों पंचायत के जमा 2 स्कूल में आधारभूत ढांचे की कमी के चलते स्कूल प्रबंधन बेबस है। स्कूल के 102 बच्चों के लिए मात्र 2 कमरे मौजूद हैं। ऐसे में 2 कक्षाएं ही कमरों में लगती हैं जबकि शेष 5 कक्षाएं खुले मैदान में लगती हैं। गर्मी हो या सर्दी या फिर बरसात स्कूल में आने वाले नौनिहालों को खुले मैदान में ही कक्षाएं लगाकर बैठना पड़ता है। गर्मी में पसीना बहता है तो सर्दी में नौनिहाल ठिठुरते हैं और बरसात में क्या हालत होती होगी इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार स्कूल अपग्रेड होने के बाद सरकार की ओर से नए कमरे बनाने के लिए 18 लाख रुपए का बजट एक साल पहले मिला था लेकिन लोक निर्माण विभाग ने न तो प्रबंधन की सुनी और न ही निर्माण कार्य में कोई दिलचस्पी दिखाई।
पढ़ाई हो रही बाधित
कमरों की कमी के चलते स्कूल के मैदान में लगने वाली कक्षाओं से रोजाना बच्चों की पढ़ाई और शिक्षकों द्वारा किए जा रहे शिक्षण कार्य में विपरीत असर पड़ रहा है। कक्षाएं कमरों में न लगने से बच्चों की एकाग्रता भंग हो रही है। ऐसे में शिक्षकों की परेशानी भी बड़ी है। स्कूल के 2 पक्के कमरों के अलावा एक साइंस लैब जरूरी है जिसमें छात्र केवल प्रैक्टीकल के दौरान ही जाते हैं। स्कूल का भवन कई जगह से खस्ताहाल हो चुका है। पलस्तर गिरने लगा है और दरारें पडऩे लगी हैं।