Edited By Vijay, Updated: 03 Jan, 2019 11:48 PM
गत 24 दिसम्बर को होटल के कमरे में मृत मिले अजय जसवाल की मौत की जांच करने के लिए नालागढ़ पुलिस ने धर्मपुर पहुंच कर कई लोगों से पूछताछ की। टीम ने कांढापत्तन से सटे गांव बन कोटला में मृतक की मां लज्जा देवी, भाई विजय कुमार और कुछ अन्य लोगों के बयानों को...
मंडी: गत 24 दिसम्बर को होटल के कमरे में मृत मिले अजय जसवाल की मौत की जांच करने के लिए नालागढ़ पुलिस ने धर्मपुर पहुंच कर कई लोगों से पूछताछ की। टीम ने कांढापत्तन से सटे गांव बन कोटला में मृतक की मां लज्जा देवी, भाई विजय कुमार और कुछ अन्य लोगों के बयानों को कलमबद्ध किया। टीम ने अजय द्वारा लिखे गए 2 सुसाइड नोटों का भी मिलान किया और प्रयोगशाला भेजने के लिए एक नोटबुक भी कब्जे में ली। पुलिस का मानना है कि प्रथम दृष्टया में यह मामला आत्महत्या का लगता है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में भी सुसाइड की पुष्टि हुई है। अजय की मां लज्जा देवी, भाई विजय और चचेरे भाइयों ने अपने बयानों में कहा है कि मृतक अजय आत्महत्या नहीं कर सकता या तो उसे मारा गया है अथवा उसे मानसिक रूप से इतना परेशान किया गया कि वह ऐसा कदम उठाने को मजबूर हो गया।
क्या है मामला
सोलन जिला के नालागढ़ कस्बे में एक होटल में बन कोटला गांव के अजय जसवाल पुत्र डागू राम की लाश कमरे में फंदे पर लटकती पाई गई थी। इस होटल में वह कुछ दिनों से वेटर का काम कर रहा था। मृतक की मां ने सरकार से निष्पक्ष जांच किए जाने का आग्रह किया था, जिसके बाद पुलिस इस मामले में हर एंगल से जांच कर रही है। अजय जसवाल ने सुसाइड नोट में धर्मपुर उपमंडल के ननसाई गांव से ताल्लुक रखने वाले किसी व्यक्ति पर परेशान करने का आरोप लगाया है। हालांकि उसने असली वजह का जिक्र नहीं किया है। मृतक की माता ने भी बेटे की मौत आत्महत्या से न होकर षड्यंत्र करार दिया था और मुख्यमंत्री से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने का आग्रह किया था।
क्या कहती है पुलिस
अन्वेषण अधिकारी नालागढ़ पुलिस ए.एस.आई. योगराज ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का ही लगता है लेकिन टीम धर्मपुर जाकर अन्य पहलुओं पर भी गहनता से जांच कर रही है। जल्द ही मामले में सच्चाई सामने लाई जाएगी।